Gurumaavigyanmati

आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज के शिष्य समाधिस्थ श्री 108 विवेक सागर जी महाराज द्वारा दीक्षित परम पूजनीया 105 श्री विज्ञानमति माता जी इस समय आचार्य गुरुदेव श्री 108 विद्यासाग़र जी महाराज के संघ की सबसे अधिक तपस्वी आर्यिकाश्री हैं।आपका जन्म भीण्डर राजस्थान में हुआ था आपके संघ की चर्या चरणानुयोग एवम करणानुयोग का जीवन्त उदाहरण हैं