जोशी जी के संग देव अवतरण
मेरे मित्रो देवभूमि उत्तराखंड जीला नैनीताल गांव थापला अग्यारी चौबीस दिसम्बर से
कुमाऊनी जागर देवभूमि उत्तराखंड के रीति रिवाज साक्षात मां के दर्शन
चमड़खान दूदा धारी कृष्ण अवतरी गोलू देवता का प्रसाद जै हो देवभूमि उत्तराखंड
जै हो देवभूमि उत्तराखंड जीला नैनीताल थापला गांव से दो किलोमीटर दूर जंगल में जट्टामहांदेव रमणीय स्थल
जट्टामहांदेव देवभूमि उत्तराखंड जीला नैनीताल थापला गांव से पश्चिम की तरफ दो किलोमीटर दूर स्थित है
मेरे मित्रो देवभूमि उत्तराखंड जीला अल्मोड़ा डाना गोलू देवता महिमा अपार है न्याय कारी गोरिया दूदाधारी
मेरे मित्रो देवभूमि उत्तराखंड जीला अल्मोड़ा तल्ला नैनी हमारे रिती रिवाज
जय हो गंगोलीहाट महाकाली प्रातः कालीन बेला में हम पहुंचे मां जगदम्बा के दर्शन करने हे मां सभी भक्तों
माता भगवती चरणों में कोटि कोटि प्रणाम हे मां आप संसार की रखवाली करते हैं
बिजेशार ढोल की जागर पक्की चमौटी दाश मां जगदम्बा का अवतार कररहा महाशक्ति हे मां आप सब पर अपनी कृपा
अल्मोड़ा में बिजेशार की जागर हमारे देवभूमि उत्तराखंड जीला अल्मोड़ा में देवताओं के दर्शन
मेरा नाती इटली पढ़ाई करने जा रहा है आप आशिर्वाद देदेना हे प्रभु आप रक्षा करना गोल्ज्यु आप रक्षा करना
कल छै अक्टूबर दो हजार पच्चीस भयंकर बारिश देवभूमि उत्तराखंड जीला नैनीताल थापला जलाल गांव रौखड़
मेरे मित्रो हमारे देवभूमि उत्तराखंड के देवी-देवता मां भगवती और गोल्ज्यू का सच्चा अवतार इनकी कृपा
मेरे मित्रो ये दोनों थाली बजाने वाले और हुड़का बादक जागर लगाना सिखा दो कह रहे हैं क्या सीखलैगे
मेरे मित्रो मां भगवती के दर्शन सभी भक्तों के लिए शुभ कारी हो आप का मंगल हो जय मां भवानी
मेरे मित्रो मां भगवती आराधना लगाई जा रही है जै हो देवभूमि उत्तराखंड
मेरे मित्रो हमारे परम भाग्य हैं सुन्दरकाण्ड करैं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम चरित्र का पाठ करैं
मेरे मित्रो ये हैं प्रकाश दाश जीला अल्मोड़ा ढोल दमुआ हमारे रीतीरेवाज इन चीजों में गुड़ रहस्य है
मेरे मित्रो देवभूमि उत्तराखंड जीला अल्मोड़ा में ढोल की जागर सबसे पहले ढोल और दमुआ बजाएं जाते हैं
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो देवभूमि उत्तराखंड की छवि जीला नैनीताल
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो ग्रामसभा रौखड़ जीला नैनीताल पावन पवित्र सावन में खुशी की जागर
कुमाऊनी जागर मेरे मित्रो हमारे देवभूमि उत्तराखंड जीला नैनीताल रिती रिवाज आस्था का द्वार
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो सैम जी को हरेला पूजा हमारी परम्परा हमारी संस्कृति उजागर होनी चाहिए
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो देवभूमि उत्तराखंड जगत को तारने वाले प्रभु का गुण गान
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो हमारी ईजा ने हम सबको हरेला पूजा और आशिर्वाद दिया पिचानब्बे मां
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो कीर्तन में ऐसी रौनक आ गई
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो देवस्थल खलाड़ में जनेऊ उपलक्ष्य पर ओ भिना
कुमाऊनी जागर। मेरे मित्रो हरेला सुख-समृद्धि का सूचक है आज हरेले गूड़ाई की जाती है और कल सर्वप्रथम