Mohanbuva Ramdasi
Mohanbuva Ramdasi - मोहनबुवा रामदासी
समर्थ संप्रदायातील प्रचार आणि प्रसार स.भ. मोहनबुवा रामदासी करत आहेत. १९७१ सालापासून २०१६ पर्यंत सज्जनगडावर श्री समर्थांचे सान्निध्यात अखंड वास्तव्य व समर्थ सेवा. २००० साला पासून सज्जन गडाचे स्वस्थापक म्हणून समर्थांची १६ वर्षे सेवा केली. ABP माझा वरील 'देव माझा' या कार्यक्रमातून समर्थ साहित्याचे निरूपण १० वर्षे सतत केले. आधुनिक काळाची गरज ओळखून समर्थ रामदास स्वामींचा प्रचार आणि प्रसार करण्यासाठी हे पेज सुरु केले आहे.
अयोध्या राममंदिर ध्वजारोहण सोहळा | पुढारी न्यूज मुलाखत | मोहनबुवा रामदासी
साधक चिंतन : वासना कशी जिंकावी? प्रपंच कसा सांभाळावा? | Mohanbuva Randasi
श्री मनाचे श्लोक 56 | दिनाचा दयाळू मनाचा मवाळू | Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
शंकर महाराज “दासबोध” वाचायला का सांगायचे ? | Mohanbuva Ramdasi | ७८ वा समाधी सोहळा | Shankar Maharaj
प प श्रीधरस्वामी महाराज पुण्यतिथी आराधना महोत्सव चिंतन | Mohanbuva Ramdasi
चैत्र शुद्ध प्रतिपदा म्हणजेच सकारात्मक विचारांची नवपालवी। | Mohanbua Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक 55 | नसे मानसीं नष्ट आशा दुराशा| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक 54 | सदा सेवि आरण्य तारुण्यकाळीं।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक 53 | सदा आर्जवी प्रीय जो सर्व लोकीं।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक 52 | क्रमी वेळ जो तत्त्वचिंतानुवादे।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक 51| मदें मत्सरें सांडिली स्वार्थबुद्धी Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 50 | नसे अंतरी काम नानाविकारी।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 49 | सदा बोलण्यासारिखे चालताहे।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 48 | सदा देवकाजीं झिजे देह ज्याचा।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 47 | मनीं लोचनीं श्रीहरी तोचि पाहे।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 46 | मना जे घडी राघवेवीण गेली।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 45 | जयाचेनि संगे समाधान भंगे।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
दासनवमी उत्सव २०२५ | राम मंदिर भूमी पूजन सोहळा
दासनवमी उत्सव 2025 | प्रदक्षिणा फेरी
दासनवमी उत्सवातील शंकराचार्य यांचे आशीर्वचन | Mohanbuva Ramdasi
दासनवमी महोत्सव २०२५ | श्री समर्थ रामदास स्वामी मठ | शंकराचार्य यांच्या उपस्थितीत विशेष कार्यक्रम
श्री मनाचे श्लोक - 44 | मना रे जनीं मौनमुद्रा धरावी।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 43 | मना सज्जना एक जीवीं धरावें।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 42 | बहुतांपरी हेंचि आतां धरावें।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 41 बहू हिंडतां सौख्य होणार नाहीं।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 40 मना पाविजे सर्वही सूख जेथे।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
सदगुरुंकडे इच्छा व्यक्त करावी का ? | Sadguru | Mohanbuva Ramdasi
समर्थांचे समर्थ विचार घरा घरात पोहोचवणे हाच माझा रामदासी बाणा | Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 39 जया वर्णिती वेद शास्त्रे पुराणे।| Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi
श्री मनाचे श्लोक - 38 | सदा सर्वदा देव सन्नीध आहे | Manache Shlok | Nirupan by Mohanbuva Ramdasi