Arsh Ali sabri
Sarkar Didar Sahib urs Mubarak all qawwali and all programs
दर्द सहकर भी तेरा नाम लेते हैं शराफत कव्वल
Data Sabir molla Sabir
देख लो शकल मेरी किसका आईना हूं मैं
रुखास्ति सलाम मखदूम खादी मोका अजाना सलाम लो
जब इश्क में अपनी हस्ती का एहसास दिला दिया जाता है Kannada Sharif urs Mubarak
मैं दीवाना हूं सदा हूं अल्लाह उद्दीन साबिर का मेरठ महफिल
कभी रुलाया कभी मुस्कुरा कर छोड़ दिया निगाहें यार ने पागल बना के छोड़ दिया
More angana Moinuddin aayo re मेरठ महफ़िल
Janu Dil nisaar Ho Gaya
अस्सलाम हजरत मखदूम साबिर अस्सलाम
किसी से आज बिगड़ी है जो ऐसे बन के बैठे हैं कनाडा शरीफ अकबर अली शाह का उर्स मुबारक
ऑन बैठे हैं कोई सनम में क्य बताएं कि हम क्या करेंगे पीर हकीमुद्दीन शाह का लिखा हुआ कलाम
गम सभी राह तो तसवीर में ढल जाते हैं जब गर्म होता है हालात बदल जाते हैं कॉमेडी शरीफ
अल्लाह और रसूल को देखा जिसने अपने पीर को देखा
Vakya natha hamen Dhokha
काफ़िर ऐ इश्क को क्या से क्या कर दिया। सराफत कव्वाल #urs
Tera Noor Noor Mohammad Munna kavval
, नाराअली का
Aaj rang Hai
Man ke Mandir mein Teri tasvir ki Puja karun
Assalam a Hazrat Makhdoom Sabir assalam
Sabir imami auliya
Husn ka sadka utara jaega
Main to Apne murshid a Kamil ka naukar Ho Gaya
Ji Bhar ke Aaj mang Le sadka Farid ka
Ali maula Ali