Banti DJ sound eshagrah
Sunderkand
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग मुझे चढ़ गया राधा रंग श्री राजीव जी पाठक
आप से दिल लगा लिया मैंने दीपक योगी जी
#rang barse bheege chunarwali gayika Hemlata and banduk
आप से दिल लगा लिया मैंने दिल ने कोशिश की भैहक ने की फिर भी दामन बचा लियामैंने आप से दिल दीपक योगी
जीने कर्म जैसे कर डाले वैसे ही फल पाए राम राम राम गायक सविताराज
#जिंदगी एक किराए का घर है एक न एक दिन बदलना पड़ेगा गायक सुरेश बागड़ी
November 4, 2024
Mai Teri chunriya lahrae gayak Deepak Yogi
तुम मुझे यूं जला ना पाओगे श्री महेश चंदेल
कितना सुंदर अवसर मंदिर में आए गए श्री रघुवर शुभ घड़ी बड़े दिनों मे अई दीप जलएंगे घर घर श्री नेहा
ऐसे बाग लगाइयो मेरे मोहन खुशबू उड़े चमेली की आम पपीता पेड़ लगाइओ श्री नीलम यादव
गोदना गोदवा लो गोरी नई नई चाल के श्री राम कुमार प्रजापति श्री सविता राज
लैबे चलो उरनो ब्रज में नंदलाला लड़यनो नेहा दि श्री रामेश नरवरिया
जनकपुर में यज्ञ राचो में देखने ना जापई श्री राम कुमार प्रजापति सविता राज
#कृष्ण भजन#मत करे राधिका प्यार कन्हैया दीवाना हो जाएगो गायक नीलम यादव
झूम झूम छाना नाना बाजे मैया पाओं पैजानिया श्री सविता राज श्री राम कुमार प्रजापति
देवी गीत हमसे चढ़ी ना जाए मैया तेरी ऊंची पहाड़ियां श्रीमती नेहा दिसोरिया श्री रमेश नरवरिया
पिंजरा छोड़ के पंछी फरार होऐला तीर हमारे कालेजा के पार होऐला श्री बबीता परिहार गोलू ओझा
सांची सांची के के भैया नया कोई जमाने आ गए झूटान के श्री गोलू ओझा बबीता परिहार
भाजलो भाजलो रे हरि को प्यारो नाम भरोसो नही है जीवन को श्री नेहा दिसोरिया श्री रमेश जी पहाड़
मुसाफिर जागते रहना नगर में चोर आए हैं गोलू ओझा बबीता परिहार
प्यारे मदन मुरारी माखन चोर मनिहारी बनके घूम रहे बबीता परिहार गोलू ओझा
राम नाम गलो जिए जिंदगी बनाओ ने हंसी खुशी बिताओ ने श्रीमती नेहा दिसोरिया रमेश नरवरिया जी जुगल किशोर
कान्हा मानो मेरी बात छेड़ो ना बीच बजरिया श्री गोलू ओझा
दिव्या वाणी जय स्वर्वेद कथा #ईसागढ़ एमपी संत प्रबर श्री विज्ञान देव जी महाराज
रहे नैया विश्वास मोहन तो सोतानिया पे रिज गए श्री गोलू ओझा श्री लखन रघुवंशी
श्याम सुंदर सा मुखड़ा दिखाई जइयो अबकी सावन में झूला जुलाई जय हो श्री गोलू ओझा श्री लखन रघुवंशी
जीवन की डोर तुमसे बंदी है सवेरे दर्शन की भीख दे दो नैना है बावरे श्री बृजेश जैन
चेतावनी भजन हरि ने जा धरती पर पटका बबीता परिहार रमेश नरवरिया पहाड़ा
अब तो कलयुग की भरमार जहां से बच के रहियो भैया श्री लखन रघुवंशी