Mazahir Ali
Janab mazahir नक़वी मत दिखाओ फ़र्शे महफ़िल पर सियासत के हुनर वरना तुम हुर बनते बनते हुर्मूला बन जाओगे
जनाब मौलाना हसीन हैदर साहब शिया आसिफया जामा मज्जिद के पेश इमाम अपना ज़बरदस्त अंदाज़ मै शेर पड़ते हुऐ ma
ख़ातिबा दुप्पटा सैंटर क़िला सब्जी मंडी हुमा कॉम्पीलेक्स बरेली बब्लू भाई
बब्बर शेर
पुकारी लाश पे ज़ेहरा मे्रे हुसैन हुसैन
पुकारी लाश पे ज़ेहरा मे्रे. हुसैन हुसैन
सकीना चली आओ लाशें पे मे्रे. जनाब हानि साहब अंजुमन ऑल गुलदस्ता
रंगी है ख़ु se करबोबला दूर दूर तक
जनाब हानि बरेलवी
कर्बला ने हमें इंसान बना रखखा है अंजुमन ऑल इंडिया गुलदस्ता ऐ हैदरी बरेली
21 May 2025
जो गदीरी है वोह गद्दार नहीं ho सकता
शानू साहब ko उनके काम समाज मे अच्छे काम के लिये सम्मानित किया गया
जनाब मज़ाहिर नक़वी उर्फ़ बब्लू
13 February 2025
jise log zikre ali keh rahe hain isi ko to hum zindigi keh rahe hain
मज़ाहिर नक़वी मरसिया पड़ते हुऐ
मज़ाहिर नक़वी
हर चेहरे पे चेहरा नज़र आया है अली का
ye hai Kanpur ki ganga nadi jo pore ufaan pe hai
11 September 2024
हम भी टूटे हुए ईमा को जिला देते हैँ
चेहलूम का जोलूस बरेली
28 August 2024
बरेली अज़ादारी