Kanhaiya Music Company
Kanhaiya Music Compnay is the Biggest Music Company in North Central India.
Sandeep Seth
Kanhaiya Music Company
161, Jawahar Chowk
Seth Kanhaiya Lal Marg
Jhansi - 284002
Uttar Pradesh
Visit us at: www.kanhaiyacassette.com
Welcome To Kanhaiya Music Official. Culture Of Bundelkhand Songs,
Bundelkhand region of central India The region is now divided between the states of Uttar Pradesh and Madhya Pradesh,
धर लई है करनी बिगाड़ के का के हो राम घरे जाइके | कर्मों का खेल बुंदेली चेतावनी भजन | निशा शिवरंजनी
धनिया खा छोड़ अकेलो किते तुम गए कौन सौत लो सैंया रात भर परे थे | बुंदेली लोकगीत निशा भारती बलराम यादव
गोरी एंगर सरक आओ बना काये लई दूरी बुंदेली जवाबी गीत सैया बैठो संगे हमाओ ब्रजेश साहू प्रियंका अहिरवार
मोये न्यारी करवा दो पिया ई घर में नई राने हमें | महिलाओं के मस्ती भरे बुंदेली गीत रजनी भारती, कल्पना
काहे तुमने बना के न जानी हमने कबहूँ न रिश्तो तोड़ो | सैंया ने तोड़ा दिल बुंदेली गीत रवीना राजपूत, संजो
बारे की यार मोरी यारी सखी बेरी कर गए बिहारी कन्हैया के दरस को तरसे अँखियाँ बुंदेली भजन कल्पना कछुआरे
पड़ोसन नई बारी बन गई सौत हमारी | छछूंदर हत्यारी सौतन के चक्कर में सैंया बुंदेली लोकगीत | ज्योति नादान
तुम गांव भरे में डोलो उन रड़बालन के लाने | पड़ोसन के चक्कर में सैंया बुंदेली लोकगीत | संजो यादव, रानी
दये है दगा अपनों मान के गोरी रे राखे रहियो ख्याल | दारूखोर सैंया बुंदेली गीत देसी नाच देशराज कुर्मी
बुंदेली चीर हरण कार्तिक भजन | रखी द्रौपदी की लाज कन्हैया तुमने | शकुनि छल कृष्ण की लीला मीना राजपूत
कृष्ण की छेड़छाड़ बुंदेली कार्तिक गीत दही दै दै री गुजरिया नखरे जिन करो | विक्रम सिंह बसंती विश्वकर्मा
मोरो पिया गए परदेश सखी उन बिन चैन परत नैया | सैया की याद में पत्नी का दर्द भरा बुंदेली गीत संजो यादव
बुंदेली कार्तिक कृष्ण भजन मोरी तानो न चुनरिया गिरधारी जाए कहूँगी यशोदा मैया से कृष्णा परिहार, कल्पना
आज सभा में आन विराजो हे गौरी के नंदन | मोरी विनय करो स्वीकार बुंदेली गणेश वंदना नृत्य देशराज कुर्मी
चौदह बरस खा वन भेज दओ भैया कैसी तै कैकई मताई भले जू | राम बनवास बुंदेली भजन | संजो यादव,रवीना राजपूत
भैया ई संसार को बुरओ भव व्यवहार रे | स्वार्थ को संसार बुंदेली राधा कृष्ण दिवारी मोनिया नाच नीलेश सेन
अब तक ना लौटे सवरिया सखी री दगा दे के चले गये | बुंदेली राधा कृष्ण बिरहा भजन | पूजा ठाकुर, संजो यादव
बुंदेली कार्तिक स्नान गीत दे दो हमारो चीर कन्हैया प्यारे ले गये उठा के | गोपी वस्त्र हरण | संजो यादव
कृष्ण पक्ष कार्तिक बुंदेली भजन देख न पाई चरखा री लला के मारे उस चरखारी में बाग बहुत है निशा शिवरंजनी
लागी प्रीत न टोरियो गोरी रे करके गहरी प्रीत मोखो दगा दइयो ना | बुंदेली फाग बेड़नी नाच | देशराज कुर्मी
बुंदेली कार्तिक भजन | जैसी उदिना बजाई थी उसई बजाओ | कृष्ण कन्हैया जी की मधुर बंसी की धुन संजो यादव
बुंदेली कार्तिक गीत औगुन बहुत भरे गुरु जी तुम में जबसे पांव धरो धरती में 10 के 20 करें निशा शिवरंजनी
बुंदेली कार्तिक भजन | तनक दही के लाने मोहन जाये बसे बरसाने | दही को दान मांगने कन्हैया निशा शिरंजनी
शादी करवे के पहला लइयो सोच तुमाये यार न होवे ऊ बिटिया के | बुंदेली बिलबारी लोकगीत | रजनी सिंह हलचल
बुंदेली कार्तिक गीत चंचल ब्रजनारी दही लेके निकरी गढ़ गोकुल से चली गुजरिया कर सोलह श्रृंगार संजो यादव
बुंदेली कार्तिक तुलसी पूजन भजन | तुलसा महारानी नमो नमो | हरी हरी तुलसा गोरे गोरे राम | निशा शिवरंजनी
ऐ जीवन की चारऊ पलकिये समर समर झूलत रहियो ऐ भैया धोखा ने खा जइयो | बुंदेली चेतावनी गीत देशराज कुर्मी
मोरी उमर 18 भई पार बलम मोये लुबा जइयो रे | पति की याद में तड़पे गुइयाँ बुंदेली लोकगीत रजनी सिंह हलचल
शिव जी ने ब्याव में मांगो नादिया | कुंवर कलेवा बुंदेली शिव गौरा विवाह भजन | रामकुमार प्रजापति, गीता
सब खो दे रईया मोखो जे मुईया मरोरे | गुइयाँ फसाये नये नये लड़का बुंदेली गीत बेड़नी नाच | देशराज कुर्मी