KRISHNA KATHAMRATAM

हरेर नाम हरेर नाम हरेर नामैव केवलम् |
कलौ नास्त्य एव नास्त्य एव नास्त्य एव गतिर अन्यथा || “हरि का नाम, हरि का नाम - निश्चित रूप से केवल हरि का नाम - कलियुग में, निश्चित रूप से कोई नहीं है, निश्चित रूप से कोई नहीं है, निश्चित रूप से इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है।”