आख़िर क्यों अजय कौशिक फ्री कोचिंग देते हैं ॥ बताई असली सच्चाई ॥ खोल दिया राज ॥@Vidyapathgurukul-j6p
Автор: VIDYAPATH_GURUKUL
Загружено: 2025-12-11
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5 विद्यार्थियों का नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप में हो चुका चयन
पिता की याद में जरूरतमंद के लिए खोली एकेडमी, छात्राओं को दी जा रही निःशुल्क शिक्षा, संस्कारों पर दे रहे ध्यान
अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए हर बच्चे की इच्छा होती है कि वह शहर में अच्छी से अच्छी एकेडमी में कोचिंग लेकर बेहतर परिणाम हासिल कर सके। लेकिन कुछ बच्चे पैसों की या फिर आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं हो पाने के चलते बड़े कोचिंग सेंटर या फिर एकेडमी में अच्छी शिक्षा ग्रहण करने से रह जाते हैं। गांव के विद्यार्थियों को परेशानी न हो इसी कारण ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों को उच्च क्वालिटी की बेहतर शिक्षा देने के लिए निःशुल्क एकेडमी खोल दी। इस एकेडमी में छात्राओं को संस्कार के साथ बेहतर शिक्षा प्रदान की जा रही है।
सिंसर गांव के अजय कौशिक ने अपने पिता की याद में एक एकेडमी खोली हुई है। इसमें बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। खास बात यह है कि इसमें छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग दी जाती है। एकेडमी की बदौलत बोर्ड की परीक्षाओं में बच्चों का परिणाम भी शत प्रतिशत रहा है तो वहीं पांच विद्यार्थियों का एनएमएसएस (नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप) में चयन हो चुका है। आज काफी संख्या में विद्यार्थी छात्राएं इसमें शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। 19 वर्ष की आयु में एकेडमी संचालक अपनी खुद की एक पुस्तक भी लिख चुके हैं।
अजय ने बताया कि पिछले तीन साल से जरूरतमंद बच्चों को उच्च क्वालिटी की शिक्षा एवं संस्कार निःशुल्क देने का काम किया जा रहा है। कुछ समय पहले पिता धर्मवीर शर्मा का देहांत हो गया था। फिर निर्णय लिया कि क्यों न उनकी याद में हर बच्ची को निःशुल्क शिक्षा दें।
एकेडमी संचालक ने बताया कि वह अब विपरीत परिस्थितियों में मुसीबतों का डटकर
सामना करने पर तुले हैं। बताया कि इस नेक कार्य में समाज के नकारात्मक सोच के लोगों की परवाह किए बिना यह एकेडमी खोली हुई है। एकेडमी के इस शिक्षा रूपी पौध को कल्पवृक्ष बनाने का लक्ष्य है। जिसके लिए रात-दिन मेहनत की जा रही है|
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