मसूरी❤
Автор: Anegi@wealth
Загружено: 2024-08-28
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कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी या श्रीकृष्ण जयंती के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर के महीने में पड़ता है। इस दिन को विशेष रूप से भगवान विष्णु के आठवें अवतार, श्रीकृष्ण, के जन्म की खुशी में मनाया जाता है।भगवान श्रीकृष्ण का जन्म:पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में कंस के कारागार में हुआ था। कंस, जो मथुरा का राजा था, को आकाशवाणी के माध्यम से यह ज्ञात हुआ कि उसकी मृत्यु उसकी बहन देवकी के आठवें पुत्र के हाथों होगी। इस भय से कंस ने देवकी और उनके पति वसुदेव को कारागार में डाल दिया। जब भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, तो अद्भुत घटनाएँ घटीं। वसुदेव ने नवजात कृष्ण को गोकुल में नंद बाबा और यशोदा माता के पास सुरक्षित पहुंचाया। वहाँ कृष्ण ने अपने बचपन के दिनों में अनेक लीला कर अपनी दिव्यता का परिचय दिया।कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व और उत्सव:कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन भक्तजन उपवास रखते हैं और रात भर जागरण करते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म मध्यरात्रि को हुआ था। मन्दिरों और घरों में कृष्ण की झांकी सजाई #comedy #emotional #funny #fun #viralvideo #realfools #ka #travel #trending #bahan जाती है, और उनकी मूर्तियों को नए वस्त्र और आभूषण पहनाए जाते हैं। भक्तजन भगवान की भक्ति में लीन होकर भजन-कीर्तन करते हैं और उन्हें माखन-मिश्री का भोग लगाते हैं, जो कृष्ण के प्रिय माने जाते हैं।दही-हांडी का आयोजन भी इस दिन का मुख्य आकर्षण होता है, खासकर महाराष्ट्र में। इसे श्रीकृष्ण के माखन चुराने की लीला का प्रतीक माना जाता है। इसमें मटकी को ऊँचाई पर लटकाया जाता है और युवा टोली बनाकर उसे फोड़ने का प्रयास करते हैं।कृष्ण जन्माष्टमी का संदेश:भगवान श्रीकृष्ण का जीवन और उपदेश मानवता के लिए आदर्श हैं। उनके द्वारा गीता में दिए गए उपदेश आज भी जीवन के विभिन्न पहलुओं में मार्गदर्शन करते हैं। उनका जीवन यह संदेश देता है कि धर्म और सत्य की विजय सदैव होती है। उनका प्रेम, करुणा, और अद्वितीय व्यक्तित्व हमें सिखाते हैं कि जीवन को उत्साह, आनंद और समर्पण के साथ जीना चाहिए।निष्कर्ष:कृष्ण जन्माष्टमी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह हमें भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण संदेशों को स्मरण करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन को मनाने से हमारे अंदर भक्ति, प्रेम और सेवा का भाव जागृत होता है। कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर व्यक्ति के जीवन में आनंद, शांति और समृद्धि लाए, यही कामना है।
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