आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति और सफलता प्राप्त होती है | Mahamrityunjay Mantra | महामृत्युंजय
Автор: Netula Bhakti India
Загружено: 2025-11-30
Просмотров: 789
#omnamahshivayamantra #shivbhajan2025 #shivbhajannew
आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति और सफलता प्राप्त होती है | Mahamrityunjay Mantra | महामृत्युंजय
आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति और सफलता प्राप्त होती है | Mahamrityunjay Mantra | महामृत्युंजय
आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति और सफलता प्राप्त होती है | Mahamrityunjay Mantra | महामृत्युंजय
आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति और सफलता प्राप्त होती है | Mahamrityunjay Mantra | महामृत्युंजय
आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति और सफलता प्राप्त होती है | Mahamrityunjay Mantra | महामृत्युंजय
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||
मंत्र का अर्थ
हम त्रिनेत्र को पूजते हैं,
जो सुगंधित हैं, हमारा पोषण करते हैं,
जिस तरह फल, शाखा के बंधन से मुक्त हो जाता है,
वैसे ही हम भी मृत्यु और नश्वरता से मुक्त हो जाएं।
|| महामृत्यंजय मंत्र के रचयिता ||
महामृत्युंजय मंत्र की रचना करनेवाले मार्कंडेय ऋषि तपस्वी और तेजस्वी मृकण्ड ऋषि के पुत्र थे। बहुत तपस्या के बाद मृकण्ड ऋषि के यहां संतान के रूप में एक पुत्र उत्पन्न हुआ, जिसका नाम उन्होंने मार्कंडेय रखा। लेकिन बच्चे के लक्षण देखकर ज्योतिषियों ने कहा कि यह शिशु अल्पायु है और इसकी उम्र मात्र 12 वर्ष है।
जब मार्कंडेय का शिशुकाल बीता और वह बोलने और समझने योग्य हुए तब उनके पिता ने उन्हें उनकी अल्पायु की बात बता दी। साथ ही शिवजी की पूजा का बीजमंत्र देते हुए कहा कि शिव ही तुम्हें मृत्यु के भय से मुक्त कर सकते हैं। तब बालक मार्कंडेय ने शिव मंदिर में बैठकर शिव साधना शुरू कर दी। जब मार्कंडेय की मृत्यु का दिन आया उस दिन उनके माता-पिता भी मंदिर में शिव साधना के लिए बैठ गए।
जब मार्कंडेय की मृत्यु की घड़ी आई तो यमराज के दूत उन्हें लेने आए। लेकिन मंत्र के प्रभाव के कारण वह बच्चे के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए और मंदिर के बाहर से ही लौट गए। उन्होंने जाकर यमराज को सारी बात बता दी। इस पर यमराज स्वयं मार्कंडेय को लेने के लिए आए। यमराज की रक्तिम आंखें, भयानक रूप, भैंसे की सवारी और हाथ में पाश देखकर बालक मार्कंडेय डर गए और उन्होंने रोते हुए शिवलिंग का आलिंगन कर लिया।
जैसे ही मार्कंडेय ने शिवलिंग का आलिंगन किया स्वयं भगवान शिव प्रकट हुए और क्रोधित होते हुए यमराज से बोले कि मेरी शरण में बैठे भक्त को मृत्युदंड देने का विचार भी आपने कैसे किया? इस पर यमराज बोले- प्रभु मैं क्षमा चाहता हूं। विधाता ने कर्मों के आधार पर मृत्युदंड देने का कार्य मुझे सौंपा है, मैं तो बस अपना दायित्व निभाने आया हूं। इस पर शिव बोले मैंने इस बालक को अमरता का वरदान दिया है। शिव शंभू के मुख से ये वचन सुनकर यमराज ने उन्हें प्रणाम किया और क्षमा मांगकर वहां से चले गए। यह कथा मार्कंडेय पुराण में वर्णित है।
Mahamrityunjay Mantra, महामृत्युंजय मंत्र, Mahamrityunjaya chanting, Powerful Shiva mantra, Om Tryambakam, Shiv mantra for peace, Mahamrityunjay mantra 108 times, Healing Shiva mantra, Mahadev mantra, Best mantra for health, Protection mantra, Shiv bhakti, Life-saving mantra, Om Namah Shivaya, शिव मंत्र, त्र्यम्बकं मंत्र, महामृत्युंजय जप, Positive energy mantra, Peace meditation mantra, Devotional chanting
आज महामृत्युंजय मंत्र सुनने से शांति, सफलता और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
महामृत्युंजय मंत्र को सर्वोत्तम रक्षण मंत्र, शिव का महामंत्र और जीवनदायी मंत्र माना जाता है।
यह मन, शरीर और आत्मा को गहरी शांति, शक्ति और सुरक्षा प्रदान करता है।
✨ महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
🌟 इस मंत्र को सुनने के लाभ:
✔ मानसिक शांति और तनाव में कमी
✔ नकारात्मक ऊर्जा व भय का नाश
✔ स्वास्थ्य, शक्ति और सुरक्षा की प्राप्ति
✔ सफलता और आत्मविश्वास में वृद्धि
✔ घर-परिवार में सकारात्मकता
✔ रोग, बाधा और कष्टों में राहत
🎧 कैसे सुनें:
• प्रातः या रात्रि में शांत मन से
• दीपक या अगरबत्ती जलाकर
• आँखें बंद करके मंत्र पर ध्यान केंद्रित करें
• श्रद्धा और विश्वास के साथ मंत्र जप करें
🙏 महादेव की कृपा से आपके जीवन में शांति, स्वास्थ्य, सफलता और सुरक्षा बनी रहे।
अगर यह मंत्र आपको अच्छा लगे, तो LIKE, SHARE & SUBSCRIBE जरूर करें।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: