छुरियां चल जाए तेरी मतवाली चाल पे | क्रांति माला | शशिराज कमल | जवाबी कीर्तन |
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке:
तूने कहा था एक रोज गोरी हंस के | क्रांति माला जी | रतिराम ज्ञानी जी | जवाबी कीर्तन | कानपुर | भाग- 6
पहली बार कीर्तन में मिला बिरहा का प्रयोग | क्रांति माला जी | राजू रंगीला जी | कीर्तन | डीह | भाग - 4
jawabi kirtan कल्पना द्विवेदी⚡लालचंद दीक्षित || मेरा प्यार वो है के मर कर भी तुम को... खतरनाक कटपीस
दिल के टुकड़े टुकड़े करके मुस्कुरा के चल दिए #जवाबी कीर्तन # क्रांति माला और शशि राजकमल के मध्य
Объект НАТО под прицелом || Генерал пошёл против Путина | Массированный удар «Кинжалами»
शकील भारती की ऐसी शायरी, Audience हँस-हँस के लोटपोट! | Wah Wah Kya Baat Hai | New Episode 2025
Jwabi शशि राजकमल vs क्रान्ति माला जरई कला हलियापुर सुल्तानपुर, जानकी को भी जाने दे, लाजवाब गीत सुने
#जवाबी_कीर्तन॥साथ में हमेशा जिसकी साली होगी॥कैसे खुश उसकी घरवाली होगी॥कटपीस सुनकर पब्लिक झूम उठी॥
चंद्र भान पुरा बाराबंकी में क्रांति माला ने गाया सुप्रसिद्ध गीत शशि राज कमल का जबरदस्त ज़वाब
#Jawabi_Kirtan//Крантимала джи//Бабулал Раджпут Надаан джи//Яростный ответ в этом цикле//Обществе...
जवाबी कीर्तन शशि राज कमल vs क्रांति माला सुपरहिट गीत आपरेशन सिंदूर आंख ही न रोई है दिल भी तेरे प्यार
दमदार खंडगीत | ये बाबा का #बुल्डोजर है | क्रांति माला | बाबा विकल | जवाबी कीर्तन | #कानपुर | भाग- 6
सैंया निकस गए मे ना लड़ी थी |भाग 4 | जवाबी क्रांतिमाला & रतीराम ज्ञानी || jawabi krantimala
तूने कहा था एक रोज गोरी हंस के _ तोपखाना बाजार केंट लखनऊ _ भाग 3 _ कमलेश्वरी कंचन & सचदेवा सरारती
Hasya Kavi Sammelan : दद्दा को सुन पुलिस और जनता दोनों हंसी नहीं रोक पाये | Akhilesh Dwivedi
क्रांति माला की तगड़ी टक्कर 🔥 | पहिन के पेट के नीचे सारी | रतिराम ज्ञानी जवाबी कीर्तन LIVE
फिल्मी गीत #मिलो_न_तुम_तो_हम_घबराए | क्रांति माला जी | राखी आजाद जी | जवाबी कीर्तन | कानपुर | भाग- 5
Jwabi दूबेपुर उन्नाव शशि राजकमल vs क्रान्ति माला, कैसे आऊ मिलने जगेंगे सजना लाजवाब सवाल जवाब
सुना है तेरा और भी एक बलम है// #सचदेवा_शरारती// #कमलेश्वरी_कंचन// #जवाबी_कीर्तन// #javabi_kirtan
जवाबी कीर्तन| भंवरे ने खिलाया फूल फूल को ले गया |अजय विजय & रणजीत राज जी | अढौली उन्नाव | भाग 8