"गरीब लोग मेरे घर में बैठने के लायक नहीं" → "गरीब लोग मेरे घर की मेज़ पर बैठने के लायक नहीं"
Автор: Kahaniyan Rajan Ki – कहानियाँ राजन की
Загружено: 2025-10-25
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मेरी बेटी ने मुझे क्रिसमस डिनर से निकाल दिया: "इस मेज़ पर फ्रीलोडर्स की जगह नहीं" मैं 74 साल का हूँ और उस क्रिसमस की शाम मैं अपनी बेटी के घर खाली हाथ पहुँचा था। मैंने सबकुछ शांति, मेरी बीमार पत्नी की दवाइयों पर खर्च कर दिया था। "इस मेज़ पर फ्रीलोडर्स की जगह नहीं है। गरीब लोग बैठने के लायक नहीं हैं।" मैं चुप रहा, मुड़ा और अपनी आत्मा टूटे हुए चला गया। जो वो नहीं जानती थी वो ये कि उसकी माँ ने 30 सालों से एक राज़ रखा था जो सबकुछ बदल देगा।
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#भूलेहुएपिता #अपमानितदादा #पारिवारिकड्रामा #नालायकबच्चे
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