कृष्ण की माया या भीष्म का आत्मसमर्पण - शिखंडी | Bhishma Parv Ep. 48
Автор: Watch God
Загружено: 2025-11-21
Просмотров: 3387
कुरुक्षेत्र युद्ध का दसवां दिन आ चुका है, और आज पाण्डवों ने भीष्म पितामह के वध की निर्णायक योजना बनाई है। शिखण्डी को आगे करके सेना एक दुर्भेद्य व्यूह का निर्माण करती है। दूसरी ओर, गंगानन्दन भीष्म अपनी भीषण प्रतिज्ञा पर अडिग, अकेले ही पाण्डव तथा सृंजय सेना पर महाविनाशक प्रहार करते हैं। वे क्रोध में आकर तीखे बाणों की वर्षा से लाखों सैनिकों और महारथियों का संहार कर देते हैं, जिसे देखकर स्वयं दुर्योधन भी भयभीत हो उठता है।
भीष्म की इस अविश्वसनीय शक्ति को कोई रोक नहीं पाता। तब, अर्जुन स्वयं युद्ध के मैदान में उतरते हैं और सभी कौरव महारथियों (द्रोणाचार्य, अश्वत्थामा, कृपाचार्य, दुर्योधन आदि) को रोककर शिखण्डी को पितामह पर आक्रमण करने के लिए प्रेरित करते हैं। भीष्म, शिखण्डी को पूर्व जन्म में स्त्री होने के कारण, उस पर शस्त्र नहीं उठाते और उसे 'शिखण्डीनी' कहकर पुकारते हैं। शिखण्डी क्रोधित होकर उन पर बाणों से प्रहार करता है, और अर्जुन के संरक्षण में वह कार्य सिद्ध करने का प्रयास करता है। देखिए महाभारत भीष्म पर्व के अध्याय 108 और 109 में, भीष्म और शिखण्डी का वह मार्मिक संवाद और कुरुक्षेत्र का वह निर्णायक क्षण जिसने महाभारत के सबसे महान योद्धा का अंत निश्चित कर दिया।
Don't miss the drama and intensity!
Bhishma Parv Episode 47 (Previous)
• मैं अर्जुन के लिए अपना मांस तक काटकर दे दू...
Bhishma Parv Playlist:
• कलयुग का मनुष्य कैसा होगा | महाभारत ज्ञान ...
Our other Mahabharat Playlist
/ @watchgod
Join this channel to get access to perks:
/ @watchgod
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: