Jai Ambe Gauri | माँ दुर्गा भजन | Powerful Devi Bhajan | Morning Special | जय अम्बे गौरी आरती
Автор: Shyam Bhajan Live
Загружено: 2025-12-09
Просмотров: 227
🙏 जय अम्बे गौरी 🙏
यह भजन माँ दुर्गा की स्तुति में समर्पित है। माता अम्बे की आराधना से जीवन में शक्ति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। इस आरती को श्रद्धा और भक्ति से सुनने से माँ दुर्गा सभी दुखों को दूर करती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।
🌸 भक्ति से जुड़ें और हर सुबह माँ अम्बे का नाम लें — “जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी”। 🌸
🔔 हर दिन नए भजन और आरतियों के लिए चैनल को सब्सक्राइब करें और घंटी का निशान दबाएँ।
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥
चन्द्रकला शोभित, नीला अंबर वारी।
कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर धारी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर धारी।
देवी जय जय अम्बे, जय जय श्यामा गौरी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
महिषासुर मर्दिनी, सिंहासनवारी।
धूम्र विलोचन नाशिनी, जगत उजियारी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
चण्ड-मुण्ड संहारी, शोणित बीज हारी।
मधु-कैटभ दोऊ मारे, सुर भय भारी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी।
आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
चौसठ योगिनी गावत, नृत्य करत भैरों।
बाजत ताल मृदंग, और बाजत डमरू॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरतारी।
भक्तन की दुख हरती, सुख सम्पत्ति कारी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
जो कोई तुमको ध्यावत, नित मंगल पावै।
कहै अवध दास, सुख सम्पत्ति पावै॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
🌹 भावार्थ:
यह आरती माँ अम्बे (दुर्गा) की स्तुति में गाई जाती है। माता अपने भक्तों के सभी दुखों का नाश करती हैं और उन्हें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करती हैं।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: