तू पूतरी शारद की कहिए || Tu Putri Sharad ki Kahiye || by Ajay Tipaniya
Автор: Ajay Tipaniya Official
Загружено: 2021-08-14
Просмотров: 277675
तू पूतरी शारद की कहिए || Tu Putri Sharad ki Kahiye || by Ajay Tipaniya
तू पूतरी शारद की कहिए
साखी - गुरू भक्ति बहुत कठिन है , रति न चाले खोट ।
निराधार का खेल है , अधर धार की चोट ।।1।।
भजन -
तू पूतरी शारद की कहिए मैं बालक ब्रह्मा का हो ,
चारि वेद पढ़ि अयो रे काशी , गुरू मिल्या से म्हारा भागा रे भव ,
कर मेरे मायला भजन बंदगी , छोड़ो रे दुनिया की माया मोह ,
रेहना नहीं चलना रे भई संतो , जीवना है अब दन ओ दोय
यो नर रे संत सगंत कर ले भाई॥टेक ।।
1 . मिट्टी का गढ़ कोट बनाया जिनमें रचना लग रही लोय
दस दरवाजा आमी का वासा , जिन माहि दीपक जले दिन रात ॥
2 . ( इणी ) बाड़ी में एक भंवरों रंगीलो , राखि लियो फुलड़ा में लिपटाय
मर गई ममता रह गई वासना , जहं उड़ रही है झिणी , झिणी खुशबू ॥
3 . चाँदी जैसे वचन कटारी , सोने का गुरू कंचन होय
एड़ी - एड़ी मारी म्हारे ज्ञान कटारी , पड़ी कलेजे में हुआ है घड़ दोय ॥
4 .ईश्वरदास गुरू पूरा म्हने मिल गया , अगम पिछम की लग रह लोय
बकसो जी बोले रे गुरूजी का शरणे , काया कोठरी का भागा रे भय ।।
Credits:
मार्गदर्शन व प्रेरणा पिता व गुरु पद्मश्री प्रहलाद सिंह टिपानिया माता श्रीमती शांति देवी टिपानिया
Vocal And Tambur : Ajay Kumar Tipaniya
Dholak : Himanshu Tipaniya
Harmonium : Kabir Parihar
Manjia :
Audio Mixing : Peter Jamra
Video Mixing : Mayank Tipaniya
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: