Chilam Ka Sutta | PS Polist | Sony Narwana | Bhole Baba Song 2019 | Latest Haryanvi Song | NDJ Music
Автор: NDJ MUSIC
Загружено: 2019-07-11
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Song - Chilam Ka Sutta
Singer - PS Polist
Artist - Sony Narwana | PS Polist
Co Artist - Deepak Raja | Naresh Kashyap
Writer - PS Polist
Music - Sargam Studio
Makeup - Shivam Mathur
Director - PS Polist
Story & Concept - Sony Narwana
Edit/ Di - Kumar Sanjeev
Dop - Minni | Jaiveer Dhillon
Spl. Thanx - Jasbir Khatkar | All Team Narwana | Black Bull Group Narwana
PRESENTS BY - RAJU CASSETTES INDUSTRIES , DELHI
Music Label & Copyrights : NDJ MUSIC
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ना पहले आली हवा रही ना पहले आला पानी
होगी खत्म कहानी ना मिलती कोई भी चीज पुरानी--2
पहले आले कोई भी ईब ठाट ना रहे जोहड़ ऊपर नाहाया करते घाट ना रहे
घी तोलेया करती दादी व बाट ना रहे धोती खंडके आले इब जाट ना रहे
पैदल चल के जाया करते बाट ना रही बालका पै पड़या करती डाट ना रही
दरवाजेया में घली हुई खाट ना रही गाम के म्हा बानियाँ की हाट ना रही, गाम के म्हा बानियाँ की हाट ना रही
पतल ऊपर बैठ के वो खाना ना रहया पाटड़े पै बैठ के वो नहाना ना रहया
घूंघट के म्हा बीर का शर्माना ना रहया टोलिया में बैठ के वो गाना ना रहया
दामण पहर चल्या करती बीर ना रही आरे ऊपर बनया करती खीर ना रही
बहन और भाई आली बीर ना रही पहले आले रांझे और हीर ना रही, पहले आले रांझे और हीर ना रही
दरवाजे पै लागे वे किवाड़ ना रहे बैल गाडी जुए और नाड़ ना रहे
पहले वाले बोझड़े और झाड़ ना रहे चोर जो लगाया करते पाड़ ना रहे
पहले आला कोई भी ईब खेल ना रहया आपस के म्हा भाइयाँ का यो मेल ना रहया
दीवे के म्हा घलेया होया तेल ना रहया बहोत कम रह गए मानस ठेल ना रहया,बहोत कम रह गए मानस ठेल ना रहया
पहले आली ईब वा पढ़ाई ना रही डाऊँ डाऊँ पोणा और सढाई ना रही
आदर मान बोर और बड़ाई ना रही अंगे और जोर की लड़ाई ना रही
डांगरा के ईब कीते पाली ना रहे चार बजे जोड़ेया करते हाली ना रहे
बाग की रुखाली करते माली ना रहे पहले आले जीजा और साली ना रहे, पहले आले जीजा और साली ना रहे
पहले आला जोर व शरीर ना रहे साधु संत सच्चे वे फकीर ना रहे
राह चलते रुक जाते थे राहगीर ना रहे औरता के सर ऊपर चीर ना रहे
कठे बैठ के ने बतलाना ना रहया बडे का वो बालक नै समझाना ना रहया
कुण अड्डे का खेता में वो जाना ना रहया हासिया में देते थे उलहाना ना रहया, हासिया में देते थे उलहाना ना रहया
कष्ट की कमाई के वे दाम ना रहे पहले आले शहर और गाम ना रहे
काम करके आवे थे आराम ना रहे पहले आले बालका के नाम ना रहे
पहले आले बैद और दवाई ना रही होया करते जा और सगाई ना रही
बालका नै पैदा करती दाई ना रही लेया देया करते वे बधाई ना रही, लेया देया करते वे बधाई ना रही
लेयावे थे संदेश चिठ्ठी तार ना रहया पहले आला बीरा का श्रृंगार ना रहया
धर्म पत्नी और भरतार ना रहया साच कहूं पहले आला प्यार ना रहया
पहले आले दानी और दान ना रहे पंडित लोग दिया करते ज्ञान ना रहे
बात ऊपर मर जावे थे ब्यान ना रहे योगी जो लगाया करते ध्यान ना रहे, योगी जो लगाया करते ध्यान ना रहे
पहले आले कुए और जोहड़ ना रहे सर के ऊपर सजेया करते मोड़ ना रहे
ब्राह्मण और नाई आले जोड़ ना रहे बूढे बैठ तोड़ेया करते पोड़ ना रहे
खेत में बनाया करते ओड़ ना रहे सांग देखन जाया करते टोल ना रहे
गुड़ के वे मीठे मीठे चोल ना रहे पहले आले राही और डोल ना रहे, पहले आले राही और डोल ना रहे
रिज आले कुरते और दोहर ना रही झालरे में लागी हुई मोहर ना रही
मन में जो उठया करती लोहर ना रही बढे बुढे मानस की ईब टोहर ना रही
मन के वे सच्चे ईब नीत ना रहे सामण फागण कातक आले गीत ना रहे
पहले थे रीवाज और रीत ना रहे पहले आली हार और जीत ना रहे, पहले आली हार और जीत ना रहे
माटी आले ईब कीते चूले ना रहे मटना लगाते थे वे दूल्हे ना रहे
उठाया करती कितनी गुंजार गीतां की जोहड़ ऊपर घले होए झूले ना रहे
बालका कै पड़या करती लाड़ ना रही भाज कै नै लुकया करते साल ना रही
डंडा डूब खेलाया करते जाल ना रही जीवन पूर गाम की वे गाल ना रही, जीवन पूर गाम की वे गाल ना रही
पहले आली शर्म व सच्चाई ना रही पहले आले लोग व लुगाई ना रही
पहले आला प्यार व जुदाई ना रही होया करती पहले वा कविताई ना रही
दादा जगन्नाथ का तू ध्यान धर ले रणबीर सिंह गुरु जी दया आप कर ले
सहगल जी के चरणा मै जाकै पड़ जा खाली पड़े ज्ञान के भंडार भर ले, खाली पड़े ज्ञान के भंडार भर ले
रामकेश तू के लिखता ना आती कलम उठानी होगी खत्म कहानी ना मिलती कोई भी चीज पुरानी
ना पहले आली हवा रही ना पहले आला पानी होगी खत्म कहानी ना मिलती कोई भी चीज पुरानी
ना मिलती कोई भी चीज पुरानी, ना मिलती कोई भी चीज पुरानी
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