आत्मा का चिंतन कैसे करें? | 'मैं-मैं' का रहस्य और ब्रह्म ज्ञान | रमण महर्षि | Self Inquiry
Автор: Atmanam Viddhi Know Thyself
Загружено: 2025-12-23
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नमस्ते दोस्तों! 🙏
इस वीडियो में हम आत्म-ज्ञान और ब्रह्म के वास्तविक स्वरूप पर चर्चा करेंगे। यह संवाद हमें समझाता है कि हमें अपनी 'आत्मा' के बारे में कैसे सोचना चाहिए और ध्यान (Meditation) का वास्तविक अर्थ क्या है।
इस वीडियो में आप जानेंगे:
✨ आत्मा का स्वरूप: आत्मा स्वयं-प्रकाश (Self-luminous) है, जो अंधेरे और उजाले से परे है।
❤️ हृदय गुफा: कैसे शुद्ध ब्रह्म हमारे हृदय में 'मैं-मैं' (I-I) के रूप में प्रकट होता है।
🧠 विज्ञान और प्रज्ञान: गहरी नींद और जाग्रत अवस्था के बीच का अंतर और 'विज्ञान' (Vijnana) का सही अर्थ।
🕉️ प्रज्ञानम् ब्रह्म: वेदों के महावाक्य का अर्थ और आत्म-साक्षात्कार का मार्ग।
महर्षि बताते हैं कि केवल विचारों से आत्मा को नहीं जाना जा सकता, बल्कि मन को आत्मा के आकार में ढालना ही असली ध्यान है। यदि आप अद्वैत वेदांत और आत्म-विचार (Self-Enquiry) में रुचि रखते हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है।
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