शिलप्पादिकारम को 'तमिल साहित्य' का महाकाव्य
Автор: Naiya Paar UGC NET
Загружено: 2025-09-09
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Silappathikaram / Silappatikaram / Cilappatikāram / शिलप्पादिकारम
शिलप्पादिकारम को 'तमिल साहित्य' के प्रथम महाकाव्य के रूप में जाना जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ है- "नूपुर की कहानी"। इस महाकाव्य की रचना चेर वंश के शासक सेन गुट्टुवन के भाई इलांगो आदिगल ने की थी। 'शिलप्पादिकारम' की सम्पूर्ण कथा सत्यनिष्ठ नारी कण्णगि के नूपुर के चारों ओर घूमती है | शिलप्पदिकारम भारत के महानतम महाकाव्यों में से एक है। मूल रूप से तमिल में लिखी गई, यह कन्नगी, कोवलन और माधवी की कथा है। कन्नगी वह थी जिसने मदुरई नगर को श्राप दिया और उसे नष्ट कर दिया।
Silappadikaram,' the story of Kovalan and Kannagi—a saga of love, betrayal, justice, and divine wrath. This video delves into the legendary tale of Kannagi, the symbol of chastity and justice, as she avenges her husband Kovalan's unjust death and curses Madurai to flames. Experience the grandeur of Tamil history, the cultural backdrop of the Chola kingdom, and the iconic presence of Goddess Meenakshi. A must-watch for history enthusiasts and lovers of Indian epics. #Kannagi #TamilEpic #Silappadikaram #Kovalan #Madurai #IndianHistory #TamilCulture #tamilnadu #tamil #tamilhistory #silappathikaram
शिलप्पदिकारम - कोवलन कण्णगी की कथा |
तमिल महाकाव्य 'शिलप्पदिकारम' की अद्भुत कहानी, कोवलन और कण्णगी की कथा—यह प्रेम, विश्वासघात, न्याय और दिव्य क्रोध की गाथा है। यह वीडियो कण्णगी की ऐतिहासिक कहानी पर प्रकाश डालता है, जो पवित्रता और न्याय की प्रतीक हैं। अपने पति कोवलन की अन्यायपूर्ण मृत्यु का प्रतिशोध लेते हुए, कण्णगी ने मदुरई को भस्म कर दिया। तमिल इतिहास की भव्यता, चोल साम्राज्य की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, और देवी मीनाक्षी की प्रतिष्ठा का अनुभव करें। इतिहास प्रेमियों और भारतीय महाकाव्य के प्रशंसकों के लिए इसे जरूर देखें। #कण्णगी #तमिलमहाकाव्य #शिलप्पदिकारम #कोवलन #मदुरई #भारतीयइतिहास #तमिलसंस्कृति

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