"पापा, चलो घूमने!" बेटे ने कहा — पर वह मुझे ऐसे देश में अकेला छोड़ गया जहाँ मैं ज़बान नहीं जानता था।
Автор: Kahaniyan Rajan Ki – कहानियाँ राजन की
Загружено: 2025-12-01
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"पापा, चलो घूमने!" उसने मुस्कुराकर कहा।
और मैं बुडापेस्ट के एक होटल में अकेला जागा—न ज़बान, न पैसे, न पासपोर्ट, न मोबाइल।
सिर्फ़ मेज़ पर रखा एक कागज़…
आठ शब्द, जिन्होंने मेरी ज़िंदगी तोड़ दी।
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💬 बताइए… क्या करेंगे आप अगर वही बेटा जिसे आपने सब कुछ दिया, वही आपको सबसे गहरी चोट दे जाए?
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#भूलेहुएपिता #अपमानितदादा #पारिवारिकड्रामा #नालायकबच्चे
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