पुत्र सहम: संतान के जन्म का समय | पुत्र सहम कैसे निकालें | Timing of Child Birth |
Автор: THE PROFESSORR
Загружено: 2025-02-16
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आज हम वैदिक ज्योतिष के एक और सिद्धान्त के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिसका उपयोग जन्म कुंडली में संतान के जन्म का समय ज्ञात करने के लिए किया जाता है। पुत्र सहम: ये जन्म कुंडली में एक ऐसा क्षेत्र है जिसका संबंध संतान के जन्म के समय से होता है। गोचर में गुरु का संबंध जब पुत्र सहम से बनता है तो ऐसी स्थिति में पुत्र के जन्म के समय का संकेत मिलता है। आज की चर्चा में हम इस बात के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं की पुत्र सहम की गणना कैसे की जाती है एवं जन्म कुंडली अध्ययन के समय पुत्र सहम का क्या उपयोग है एवं इसकी सहायता से संतान के जन्म का समय कैसे निकाला जाता है।
Today we are discussing another concept of Vedic Astrology which is used in predicting the timing of child birth in the Horoscope. Putra Saham: this is an area in the horoscope which has a relation to the birth of Son. When in transit, Jupiter form relation with Putra Saham through Conjunction, Aspect, it forms an indication of child birth.
In todays discussion we are also talking about How to Calculate Putra Saham in the Horoscope, What is use of Putra Saham in Child Birth and how to predict timing of child birth using Putra Saham in the Horoscope analysis.
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