क्या जीवन में उम्मीद रखना ज़रूरी है? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2014)
Автор: आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant
Загружено: 2017-08-21
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वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 15.04.2014, यू.पी.टी.यू.
प्रसंग:
~"दुनिया उम्मीदों पर टिकी हैं" ऐसा क्यों कहा जाता है?
~क्या जीवन में उम्मीद रखना ज़रूरी है?
~क्या निराशा -आशा की विपरीत है?
~"आशा ही परमं दुःखं" अष्टावक्र ऐसा क्यों बता रहे है?
संगीत: मिलिंद दाते
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