वोकल कॉर्ड ठीक करने लिए के योग /Yoga for Vocal Cord गला मजबूत, आवज दमडार
Автор: Yoga with Dhiren Mehta
Загружено: 2025-06-03
Просмотров: 1634
Vocal cord (वोकल कॉर्ड) का मतलब होता है स्वर रज्जु। ये गले में स्थित दो मांसपेशियां होती हैं जो आवाज़ पैदा करने में मदद करती हैं। जब हम बोलते हैं, तो ये वोकल कॉर्ड्स आपस में कंपन करती हैं जिससे ध्वनि उत्पन्न होती है।
🔍 Vocal Cord की समस्या क्यों होती है?
वोकल कॉर्ड से जुड़ी समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं:
ज़ोर से या ज़्यादा बोलना (overuse)
धूम्रपान / शराब
एलर्जी या इंफेक्शन
एसिड रिफ्लक्स (GERD)
तनाव और टेंशन
गले की सर्जरी या चोट
✅ क्या योग से Vocal Cord ठीक हो सकता है?
हाँ, कुछ हद तक। यदि वोकल कॉर्ड की समस्या गंभीर (जैसे कि कैंसर या सर्जिकल क्षति) नहीं है, तो प्राकृतिक तरीके और योग क्रियाएं मदद कर सकती हैं।
🧘♂ योग और प्राणायाम से Vocal Cord सुधारने के उपाय:
1. उज्जयी प्राणायाम (Ujjayi Breathing)
गले में हल्का संकर्षण रखते हुए धीमी-धीमी सांस लेना।
यह गले की मांसपेशियों को मजबूत करता है और स्वर में सुधार करता है।
2. भ्रामरी प्राणायाम (Bhramari)
श्वास लेकर मुँह बंद करके "हम्म्म" की आवाज़ करना।
यह वोकल कॉर्ड्स को कंपन देता है और शांत करता है।
3. ओंकार जप (Om Chanting)
“ॐ” का उच्चारण करने से गले में कंपन होता है जो वोकल कॉर्ड्स को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
4. सिंहासन (Simhasana / Lion Pose)
यह आसन गले की मांसपेशियों को एक्टिवेट करता है और आवाज़ को स्पष्ट करता है।
🍵 अन्य घरेलू उपाय:
गुनगुने पानी से गरारे करें (हल्दी और नमक डालकर)
दिन में 2-3 बार तुलसी-अदरक की चाय लें
ज्यादा चिल्लाना या ज़ोर से बोलने से बचें
सर्दी-खांसी में तुरंत इलाज करें
⚠ कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
अगर आवाज़ 2 हफ्ते से ज्यादा बैठी हुई है
गले में दर्द, गांठ या निगलने में परेशानी हो रही है
आवाज़ में लगातार बदलाव हो रहा है
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: