शहीद का प्रमाण तिरंगा किसे सौंपा जाता है? आशीष शर्मा के परिवार को 1 करोड़ थानेदार की नौकरी स्वीकृत
Автор: Santosh Patel DSP
Загружено: 2025-11-25
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शहादत की क़ीमत पैसों से नहीं आँकी जा सकती क्योंकि शहीद का पद और प्रतिष्ठा ईश्वर के जैसी होती है। एक पिता के लिए अरबों का अनमोल हीरा उसका राजा बेटा ही होता है।बेटे के बाद परिवार को संबल मिले और आर्थिक परिस्थितियों से न जूझना पड़े इसके लिए सरकार के द्वारा एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई जो हौंसला बनेगी।
जब भी छोटा भाई अंकित शर्मा सब इंस्पेक्टर की वर्दी में दो ⭐ स्टार लगाएगा तो उसे भाई की याद आयेगी। जब भी गांव में राष्ट्रीय पर्व मनाया जाएगा तो भाई को ईश्वर की तरह पूजा जायेगा। मुझे लगता है इसी को कहते हैं अमर होना।
जिंदगी तो सब काटते हैं लेकिन बहादुर लोग जब तक जीते हैं शान से जीते हैं और जब जाते हैं दुनिया को रुलाते हैं। आशीष शर्मा जी जैसे बहादुर शेर को नमन और सरकार की ओर से शहीद परिवार को ऐसे ही संबल मिलता रहे इसी उम्मीद के साथ सभी से जय हिन्द।#अमर #शहीद #balaghat #inspector #SubInspector #AshishSharma
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