यूट्यूब पर पहली बार गहरिया साफा बांधना सीखें || By~ Aditya Singh Rajawat
Автор: Aditya Singh Rajawat
Загружено: 2022-07-24
Просмотров: 67508
JAI MATA DI
मैं- आदित्य सिंह राजावत आज आप सभी को गहरिया साफा बांधना सीखाने जा रहा हूँ!
राजस्थानी साफे का महत्व----
सिर के पहनावे को कपालिका, शिरस्त्राण, शिरावस्त्र या शिरोवेष कहते हैं। यह कपालिका कई प्रकार की होती है। प्रत्येक प्रांत में यह अलग-अलग किस्म, नाम, रंग और रूप में होती है। राजा-महाराजाओं के तो एक से एक स्टाइल के टोप, पगड़ी या मुकुट हुआ करते थे लेकिन हम सामान्यजनों द्वारा पहने जाने वाले कपालिका के बारे में ही बात करेंगे। यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि टोपी और पगड़ी में फर्क होता है।
1. राजस्थान में राजपूत समाज में साफों के अलग-अलग रंगों व बांधने की अलग-अलग शैली का इस्तेमाल समय-समय के अनुसार होता है, जैसे युद्ध के समय राजपूत सैनिक केसरिया साफा पहनते थे अत: केसरिया रंग का साफा युद्ध और शौर्य का प्रतीक बना।
हर बार कुछ नया जानने के लिए आप मेरे चैनल को सब्सक्राइब कर लें!
Follow me on-
Instagram: adityasinghrajawat
Facebook: Rajasthani Turban in Trend
If you like the video subscribe to my channel and share it.
Khammaghani 🙏🏻
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: