अध्यात्मिक जीवन के लिए सर्वोपरि ग्रन्थ क्या हैं?
Автор: Motiram Om
Загружено: 2025-11-01
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आध्यात्मिक जीवन के लिए सर्वोपरि ग्रन्थ कौन-कौन से हैं?
आइए जानते हैं...
सबसे पहले आते हैं वेद और उपनिषद ।
ये श्रुति कहलाते हैं।
इन्हें सनातन धर्म का शाश्वत आधार माना गया है।
उपनिषद आत्मा और ब्रह्म के रहस्य खोलते हैं।
इसके बाद है भगवद्गीता ।
सात सौ श्लोकों वाला यह ग्रन्थ कर्मयोग, भक्तियोग और ज्ञानयोग का सुंदर समन्वय है।
साधारण जीवन में आध्यात्मिकता को उतारने के लिए यह सर्वोत्तम मार्गदर्शक है।
ब्रह्मसूत्र भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह उपनिषदों के दार्शनिक विचारों को सूत्र रूप में स्पष्ट करता है।
भक्ति मार्ग में रामचरितमानस का विशेष स्थान है।
मर्यादा, प्रेम और आदर्श जीवन का अनुपम चित्रण इसमें मिलता है।
इसी प्रकार श्रीमद्भागवत महापुराण ।
यह भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और भक्ति के शुद्ध स्वरूप का वर्णन करता है।
ज्ञानमार्ग के साधकों के लिए
आदि शंकराचार्य रचित विवेकचूडामणि ।
यह आत्मा और अनात्मा का विवेक सिखाता है।
योगमार्ग के लिए
पतंजलि योगसूत्र ।
जिसमें अष्टांग योग का विस्तृत मार्ग मिलता है।
संक्षेप में...
ज्ञानमार्गी के लिए — उपनिषद, गीता और विवेकचूडामणि।
भक्तिमार्गी के लिए — रामचरितमानस, भागवत और गीता।
योगमार्गी के लिए — पतंजलि योगसूत्र और गीता।
और सामान्य साधक के लिए...
श्रीमद्भगवद्गीता ही सर्वोपरि और सर्वसुलभ ग्रन्थ है।
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