एक वैराग्य कथा : संसार के क्षणभंगुर सुखों का मार्मिक दृष्टांत
Автор: Aagam Dhara
Загружено: 2025-09-14
Просмотров: 2933
जंबू स्वामी का अद्भुत वैराग्य: संसार के क्षणभंगुर सुखों का मार्मिक दृष्टांत
क्या आप वैराग्य की उस शक्ति को जानना चाहते हैं जो बड़े से बड़े मोह को भी तोड़ देती है?
उत्तरापुराण में वर्णित जंबू स्वामी की यह कथा आपको अचंभित कर देगी। जब जंबू स्वामी दीक्षा लेने का संकल्प लेते हैं, तो उनकी माता उन्हें रोकने के लिए चार सुंदर कन्याओं से उनका विवाह करवा देती हैं।
रात भर, चारों पत्नियाँ जंबू स्वामी के हृदय में संसार के प्रति अनुराग (राग) उत्पन्न करने का प्रयास करती हैं, ताकि वे दीक्षा न लें। लेकिन उसी रात एक चोर उनके घर चोरी करने आता है और यह पूरा दृश्य देखकर ठहर जाता है।
फिर शुरू होता है वैराग्य और मोह के बीच संवाद!
जंबू कुमार इस चोर को और अपनी पत्नियों को संसार की वास्तविकता समझाने के लिए "पथिक" (यात्री) का एक मार्मिक दृष्टांत सुनाते हैं। यह दृष्टांत बताता है कि कैसे:
काल रूपी हाथी (0:34:720) हमारे पीछे पड़ा है।
दिन और रात रूपी चूहे (1:00:399) हमारी आयु को लगातार कुतर रहे हैं।
इंद्रिय सुखों की बूंद (1:17:120) में आसक्त होकर हम अपने आस-पास के भयानक संकटों (चार गतियाँ और निगोद रूपी अजगर) को भूल जाते हैं।
इस अद्भुत वृतांत (12:58:720) को सुनकर न केवल उनकी चारों पत्नियाँ और वह चोर, बल्कि उनकी माता भी संसार से विरक्त हो जाती हैं और सभी मिलकर दीक्षा ग्रहण करते हैं।
इस वीडियो को देखकर जैन धर्म के अद्वितीय वैराग्य की गाथा जानें और अपने जीवन की दिशा बदलें। अब भी समय है, जाग जा! (12:47:120)
#JambuSwami #Vairagya #Diksha #Jainism #JainStory #Samsara #PathikDrishant #तत्त्वज्ञान
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: