श्रीकृष्ण का वो उत्तर जिससे कलयुग भी थर्रा गया! | गांधारी का श्राप और कर्म का रहस्य
Автор: Inspiring Unseen
Загружено: 2025-12-23
Просмотров: 39
विषय: महाभारत का अंत और कर्म की अनिवार्य नियति
कुरुक्षेत्र की रक्तरंजित भूमि पर जब 18 दिनों का महाविनाश थमा, तब एक मां की पीड़ा ने सृष्टि के नियंता को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। हस्तिनापुर की महारानी गांधारी, जिन्होंने अपने 100 पुत्रों को खो दिया था, उन्होंने श्रीकृष्ण से एक ऐसा प्रश्न पूछा जो आज भी मानवता के इतिहास में गूँज रहा है— "तुम चाहते तो युद्ध रोक सकते थे, फिर क्यों होने दिया यह नरसंहार?"
इस वीडियो में हम उस भावुक और दार्शनिक संवाद की गहराई में उतरेंगे, जहाँ:
गांधारी का क्रोध और असहनीय पीड़ा का चित्रण है।
कृष्ण द्वारा गांधारी के श्राप को 'वरदान' की तरह स्वीकार करने का रहस्य है।
कृष्ण का वह उत्तर है, जिसने आने वाले कलयुग को यह चेतावनी दी कि "कर्म फल से स्वयं ईश्वर भी नहीं बच सकता।"
यह केवल एक पौराणिक कथा नहीं है, बल्कि जीवन का वह कड़वा सच है जो हमें सिखाता है कि हमारा 'मौन' और हमारे 'निर्णय' ही हमारे भविष्य की फसल काटते हैं।
एक विशेष आग्रह:
अगर आप इस कथा की पीड़ा और इसके दर्शन को महसूस कर पा रहे हैं, तो कमेंट सेक्शन में 'जय श्री कृष्ण' लिखकर अपने जीवन की सबसे बड़ी सीख (Learning) हमारे साथ साझा करें। आपके विचार किसी और के लिए प्रेरणा बन सकते हैं।
Strategic Hashtags
Primary Hashtags:
#ShriKrishna #Mahabharat #GandhariCurse #KarmaPhilosophy #Spirituality #Kalyug #LifeLessons #Dharma
Secondary Hashtags:
#KrishnaVani #Kurukshetra #AncientHistory #MythologyExplained #MotivationalStory #HindiCounselling #PuranicKatha #PhilosophyOfLife
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: