nilkanth parvat ka rahasya. Nilkanth parvat documentary.
Автор: Rahasya Lok Tv
Загружено: 2025-09-22
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दोस्तों क्या आपने कभी ऐसे पर्वत के बारे में सुना है जो एक पल में आंखों के सामने हो और अगले ही पल बादलों में गायब हो जाता है।
क्या कोई ऐसा स्थान हो सकता है जहां घडी की सुई रुक जाए और वक्त जैसे थम सा जाए।
और क्या आपने किसी ऐसे साधु की कहानी सुनी है, जो तीस साल तक गायब रहा और जब लौटा, तो उसका शरीर वैसा ही था, जैसा तीस साल पहले था। उम्र का एक भी निशान नहीं लेकिन उसकी बोली, उसकी आंखें सब कुछ ऐसा था, जैसे वह किसी और दुनिया से आया हो।
दोस्तों ये कोई कल्पना नहीं है ये सच्चाई है और ये सच्चाई छिपी है, भारत के उत्तराखंड राज्य में बसे एक ऐसे पर्वत में जिसे नीलकंठ पर्वत के नाम से जाना जाता हैं। ये पर्वत कोई मामली पर्वत नही है बल्कि ये एक टाइम बम की तरह है और अगर ये फटा तो पूरे ब्रह्मांड को राख मे बदल सकता है। ये वही पर्वत है जहाँ पर समुद्र मंथन के समय विष पान के बाद भगवान शिव ने तपस्या की थी। कहाँ जाता है कि यहां आज भी भगवान शिव नीलकंठ के रूप मे साक्षात विराजमान है। इतना ही नही इस पर्वत पर रात के समय शंख और डमरू की ध्वनियां साफ साफ सुनाई देती है।
ये पर्वत उत्तराखंड के ढवाल हिमालय क्षेत्र मे मौजूद है।
21,650 फीट ऊंचा ये पर्वत दिखने में जितना शांत है, उतना ही रहस्यमई भी है। बर्फ से ढकी इसकी चोटियां दूर से शिवलिंग का आकार लेती हैं और स्थानीय लोग मानते हैं कि ये कोई संयोग नहीं बल्कि शिवजी की प्रत्यक्ष उपस्थिति का प्रतीक है। लेकिन सवाल यह है कि, क्या वाकई में इस पर्वत पर भगवान शिव ने विष पान किया था।
क्या सचमुच यहां एक अदृश्य आश्रम है, जहां आज भी दिव्य ऋषि-मुनि साधना कर रहे हैं।
और सबसे चौंकाने वाली बात क्या नीलकंठ पर्वत खुद को समय-समय पर दुनिया से छुपा लेता है।
इस कहानी में हम सिर्फ एक पहाड की बात नहीं करने वाले हम बात करेंगे उस शक्ति की, जो विज्ञान के दायरे से बाहर है। उस इतिहास की, जिसे किताबों में नहीं, लोककथाओं में दर्ज किया गया है। और उन रहस्यों की, जिनके जवाब आज भी खोजे जा रहे हैं लेकिन शायद कभी मिलेंगे नहीं।
कुछ ट्रेकर्स ने यहां ध्यान करते हुए अनुभव किया कि कुछ मिनटों में घंटों बीत गए कुछ ने अपनी घडियों को अचानक रुकते देखा तो कुछ के कैमरे ने ऐसी आकृतियां कैद की जो इंसानी नही थीं, लेकिन ऊर्जा से बनी हुई लगती थी।
और दोस्तों, बात सिर्फ यहीं तक नहीं है क्या आपने कभी ऐसी गुफाओं के बारे में सुना है, जो साल में सिर्फ एक विशेष समय पर ही खुलती हैं और फिर खुद-ब-खुद बंद हो जाती हैं। कुछ समय पहले ही वैज्ञानिकों के द्वारा नीलकंठ पर्वत के रहस्य को जानने के लिए ड्रोन भेजे गए थे और इसके बाद कुछ ऐसी घटनाएं घटित हुई जिसको देखकर वैज्ञानिकों के भी पसीने छूट गए थे। अब सवाल यह उठता है कि आखिर वैज्ञानिकों ने ड्रोन की मदद से नीलकंठ पर्वत पर ऐसा क्या देख लिया था। क्यों नीलकंठ पर्वत को स्वर्ग का द्वार कहा जाता है। आखिर नीलकंठ पर्वत पर ऐसी कौन-कौन सी घटनाएं घटित हुई जिसके बाद लोगों का मानना है कि, यहां पर साक्षात भगवान शिव का निवास है। इन तमाम सवालों के जवाब आपको हमारे आज के इस वीडियो में मिलने वाले हैं। इस वीडियो में आपको न केवल नीलकंठ पर्वत के इतिहास के बारे में पता चलेगा बल्कि इसके अंदर छुपे हुए उन तमाम रहस्यो के बारे में भी पता चलेगा जिनसे आप आज तक अनजान रहे हैं।
तो चलिए अब बिना किसी देरी के वीडियो की शुरुआत करते है।
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