Herbal upchar se Deshi murgi palan aur Lakhpati kisan हर्बल उपाय से मुर्गी पालन by Ajit Naik,PRADAN
Автор: Agri Wealth
Загружено: 2024-07-05
Просмотров: 369
Ajit Naik, PRADAN NGO: 9437647112
हर्बल पद्धति से देशी मुर्गी पालन (प्रति मुर्गी महिना 4 रु खर्च):
उपचार-1: एक हफ्ता छोड़कर एक हफ्ता चिराईता यानि भुईनीम दें (दो हफ्ता मेँ 1 बार)
नीचे दिए गए किसी भी प्रकार (फ्रेश, सूखा/पाउडर) का चिराईता लें । इस के जगह पर महानीम पेड़ का छाल भी ले सकते हैं । बीस मुर्गी केलिए 20ml रस निचोड़ कर, उस मेँ 100 ग्राम चावल को रात भर भिगोएं और अगले सुबह खाली पेट मेँ खिलाएं (प्रति मुर्गी 1ml रस और 5 ग्राम चावल) ।
सूखा भुई नीम / चिराईता
**पहला-पहला, मुर्गी अगर न खाए तो, अलग दान मे मिलाकर भी दे सकते हैं । अगर किसी भी तरह का बीमारी का लक्षण हो तो, लगातार 3 दिन खिलाएं । उसकेबाद, दो हफ्ता मेँ 1 बार दें ।
उपचार-2: भुईनीम देने का अगले हफ्ता आलूवेरा+ प्याज + लहसुन दें
बीस मुर्गी केलिए 20ml आलूवेरा रस मेँ 100 ग्राम चावल को रात भर भिगोएं और अगले सुबह उसमेँ 40 ग्राम प्याज और 40 ग्राम लहसुन का टुकड़ा मिलाकर, खाली पेट मेँ खिलाएं (प्रति मुर्गी 1ml रस, 2 ग्राम प्याज, 2 ग्राम लहसुन और 5 ग्राम चावल) ।
** अगर किसी भी तरह का बीमारी का लक्षण हो तो, लगातार 3 दिन खिलाएं । उसकेबाद, दो हफ्ता मेँ 1 बार दें । पहला हफ्ता चिराईता, दूसरे हफ्ता आलूवेरा तीसरा हफ्ता चिराईता और चौथा हफ्ता आलूवेरा । ऐसा रोटैशन मेँ चलाइए ।
उपचार-3: ठंडा, जुकाम (crd बीमारी) केलिए काढ़ा हफ्ता मेँ 1 बार दें
अदरक 100 ग्राम, लहसुन 100 ग्राम पीस लें । अजवाइन 50 ग्राम + लॉंग 10 पीस + काली मिर्च 20 पीस को कूट लें । यह सबको, 50 ग्राम गुड और 1 चमच हल्दी और 1 मुठा तुलसी पत्ता के साथ,1 लीटर पानी मेँ डालें । इसे धीमी आंच मेँ, 800 ml होने तक उबालें । इसे हफ्ता मेँ एक बार दें । पॉइंट 1 या 2 बाली उपचार जब करें, उसका 3 दिन के बाद इसे दें । प्रति मुर्गी 3 ml, के हिसाब पीने का पानी मेँ मिलाकर दें । अगर किसी भी तरह का ठंड का लक्षण, अबाज मेँ बदलाब हो तो, लगातार 5 दिन खिलाएं । उसकेबाद, हफ्ता मेँ 1 बार दें । 800 ml का खर्च 50 रु है । इसे 1 माह तक इस्तेमाल कर सकते हैं । जब भी इस्तेमाल करें, ऊतक मात्रा को गरम करलें ।
उपचार-4: मुर्गी चेचक केलिए (महीने मेँ एक बार, थुजा-200 होमेओपाथी दवा)
चेचक का प्रतिषेधक के तौर पर, महिना मेँ 1 बार, प्रति मुर्गी 0.2 ml के हिसाब थुजा-200 या Plox दवा, उतना पानी मेँ मिलाएं जो की 3 घंटा मेँ खतम हो जाए । अगर, बीमारी आगई हो तो, 2 से 4 बूंद प्रति मुर्गी प्रति दिन, 4 से 5 दिन दें । अन्यथा, दो भाग आलूवेरा रस + 1 भाग हल्दी मिलाकर पेस्ट बनाएं और 3 से 4 दिन लगाएं ।
उपचार-5: प्रति मुर्गी 1 ml पानी में मिलाकर, एक दिन छोड़ कर एक दिन दें ।
उपचार 200 मुर्गियों का 1 महिना का सामग्री और खर्च यूनिट दर (Rs) रकम (Rs)
उपचार-1 भुईनीम (Kg) 0.2 KG 400 80
चावल (kg) 2 Kg 20 40
उपचार-2 आलूवेरा (Liter) 0.8 Ltr 210 168
लहसुन (Kg) 0.8 Kg 100 80
प्याज (Kg) 0.8 Kg 25 20
चावल (kg) 2 Kg 20 40
उपचार-3 (दो लीटर काढ़ा केलिए) अदरक (kg) 0.25 Kg 60 15
लहसुन (kg) 0.25 Kg 100 25
अजवाइन (kg) 0.125 Kg 400 50
गुड (kg) 0.15 Kg 60 9
लॉंग (pieces) 25 10
काली मिर्च (pieces) 50 10
उपचार-4 थुजा-200 or Plox (ml) 40 ML 1 50
उपचार-5 Liquid Minerals 3 Ltr 70 210
एक माह का कुल खर्च (200 मुर्गी) 807
एक माह का कुल खर्च (प्रति मुर्गी) 4
पीला दिखाए गए सामग्री अगर खरीदना न पड़े तो, एक माह का कुल खर्च (प्रति मुर्गी) 2.3
** गाँव मेँ देशी मुर्गी के ऊपर सफल प्रयोग करने के बाद यह नोट बनाया गया है ।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: