विवेकानंद जी ने बताया – जिससे प्रेम करो, उससे विवाह क्यों ज़रूरी है
Автор: KdubeyMotivation
Загружено: 2025-12-10
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इस वीडियो में विवेकानंद जी के उन दुर्लभ और जीवन बदल देने वाले विचारों को प्रस्तुत किया गया है, जिनमें वे बताते हैं कि जिससे प्रेम करो, उससे विवाह करना क्यों आवश्यक है।
स्वामी विवेकानंद के अनुसार प्रेम कोई साधारण भावना नहीं, बल्कि आत्मा का उच्चतम अनुभव है। लेकिन यह प्रेम तभी स्थायी और दिव्य बन पाता है जब उसे विवाह, यानी जिम्मेदारी, निष्ठा और समर्पण का रूप मिल जाए।
वीडियो में समझाया गया है—
• प्रेम का आध्यात्मिक अर्थ क्या है
• बिना विवाह प्रेम अधूरा क्यों रह जाता है
• विवाह प्रेम को स्थिरता और सुरक्षा कैसे देता है
• प्रेम + कर्तव्य + सेवा = पूर्ण जीवन
• विवेकानंद क्यों कहते हैं कि प्रेम केवल महसूस करने की वस्तु नहीं, निभाने की वस्तु है
यह वीडियो हर उस व्यक्ति के लिए है जिसने जीवन में कभी भी किसी से सच्चा प्रेम किया है या कर रहा है…
और समझना चाहता है कि प्रेम से आगे जीवन कैसे बनाया जाता है।
👉 विवेकानंद जी के विचार
👉 प्रेम का वास्तविक अर्थ
👉 विवाह का आध्यात्मिक महत्व
👉 जीवन को बदल देने वाला संदेश
इस वीडियो को पूरा जरूर देखिए, यह आपके सोचने का तरीका बदल देगा।
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