तेरा नाम लूँ, तो राहें खुलें | Maa Durga Chandraghanta
Автор: Devagriha
Загружено: 2025-04-01
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Meditation Song and Music
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🌙 माँ की छाया में जीवन खिला 🌙
(गायन योग्य सरल लय में, भक्त की अनुभूति से भरा)
🌙 माँ की कृपा से जीवन संवर गया 🌙
(भक्त के अनुभव से भरा, गेय और सरल लय में)
🌸 अंतरा 1 (भक्त के लिए) 🌸
माँ की कृपा से जीवन संवर गया,
जो था अंधेरा, उजाला उधर गया।
मन में था भय, अब साहस खिला,
तेरी दया से हर संकट मिटा।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरा नाम लूँ, तो राहें खुलें,
तेरे चरणों में दुख भी झुकें।
तेरी दया जो सिर पर रहे,
सब बाधाएँ राख हो चलें।
🌸 अंतरा 2 (पत्नी के लिए) 🌸
जिस घर में माँ की छाया पड़ी,
वहाँ प्रेम, वहाँ सुख की घड़ी।
अन्न में तृप्ति, जल में अमृत,
तेरी दया से हर पीड़ा मिट।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरा नाम लूँ, तो राहें खुलें,
तेरे चरणों में दुख भी झुकें।
तेरी दया जो सिर पर रहे,
सब बाधाएँ राख हो चलें।
🌸 अंतरा 3 (बच्चों के लिए) 🌸
संतान मेरी सन्मार्ग चले,
ज्ञान में बढ़े, संस्कार पले।
तेरी किरन से बुद्धि बने,
सपनों के पंख नए मिलें।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरा नाम लूँ, तो राहें खुलें,
तेरे चरणों में दुख भी झुकें।
तेरी दया जो सिर पर रहे,
सब बाधाएँ राख हो चलें।
🌸 अंतरा 4 (संपूर्ण परिवार के लिए) 🌸
जहाँ तेरा नाम, वहाँ दीप जले,
जहाँ तेरा ध्यान, वहाँ शांति मिले।
द्वार पे कृपा तेरी दस्तक दे,
हर आँगन में सुख-सौरभ बहे।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरा नाम लूँ, तो राहें खुलें,
तेरे चरणों में दुख भी झुकें।
तेरी दया जो सिर पर रहे,
सब बाधाएँ राख हो चलें।
🌸 अंतरा 1 🌸
चंद्र सी शीतल, ज्योति अनोखी,
नयन तेरा अमृत बरसाए।
हर अँधियारे को चीर के रख दे,
संग जो तेरा मन मुस्काए।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरी छाया में जीवन खिला,
हर पीड़ा का साया ढला।
तेरी कृपा जो सिर पर रहे,
भय भी चरणों में गिरता चला।
🌸 अंतरा 2 🌸
घंटा की ध्वनि जब दूर तलक जाए,
शत्रु भी राहें बदलने लगे।
तेरी करुणा जो आँखों में देखी,
कठिन दौर भी सरलने लगे।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरी छाया में जीवन खिला,
हर पीड़ा का साया ढला।
तेरी कृपा जो सिर पर रहे,
भय भी चरणों में गिरता चला।
🌸 अंतरा 3 🌸
तेरी कृपा से ही वाणी में मिठास,
तेरी कृपा से ही अन्न भी पास।
तेरा भरोसा जो दिल में रहे,
हर राह पर मिलता उजास।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरी छाया में जीवन खिला,
हर पीड़ा का साया ढला।
तेरी कृपा जो सिर पर रहे,
भय भी चरणों में गिरता चला।
🌸 अंतरा 4 🌸
बिन बोले ही सुनती है तू,
हर दर्द को पल में हरती है तू।
मेरी हर सांस में तेरा ही नूर,
हर घड़ी मुझको थामे है तू।
🔔 सुमिरन 🔔
तेरी छाया में जीवन खिला,
हर पीड़ा का साया ढला।
तेरी कृपा जो सिर पर रहे,
भय भी चरणों में गिरता चला।
🌙 माँ की छाया में जीवन खिला 🌙
(गायन योग्य सरल लय में, भक्त की अनुभूति से भरा)
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