Difference between asexual reproduction and sexual reproduction by durgesh sir
Автор: DURGESH ACADEMY
Загружено: 2024-05-19
Просмотров: 305
Durgesh Academy
durgesh_sir #12th_biology #science #class12 #chemistry
Difference between asexual reproduction and sexual reproduction by durgesh sir #durgesh_sir
DURGESH SIR
Durgesh concept classes
#durgesh_sir #class12 #biology
#genetics_and_evolution
Mechanism Of Protein Synthesis#प्रोटीन संश्लेषण का genetics_and_evolution #durgesh_sir #12th_biology #genetics #durgesh concept classes
व्यक्तियों की जन्मजात क्षमता विकसित करना। एक संगठित इकाई में लोगों को सामाजिक और एकीकरणीय करना। मानव संसाधन से संबंधित समाज की आवश्यकताओं को पूरा करना। गुणवत्ता व्यक्तित्व गुण प्राप्त करने में व्यक्तियों की मदद करना।
जिसमें चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, नागरिक और सामाजिक कर्तव्यों का पालन, सामाजिक सुख और कौशल की उन्नति, राष्ट्रीय संस्कृति का संरक्षण और प्रसार शामिल है। अलग-अलग काल में व्यक्तियों ने अलग-अलग तरीके से जीवन में शिक्षा के उद्देश्य को समझाने का प्रयास किया है। शिक्षा के कई अन्य सार्थक उद्देश्य भी हो सकते हैं।
व्यक्तियों के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक परिभाषित तरीके से सामाजिक प्रगति की संस्कृति और सभ्यता विकसित होनी चाहिए। ऐसे में व्यक्तित्व विकास शिक्षा का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
पवित्रता तथा जीवन की सद्भावना – प्राचीन भारत में प्रत्येक बालक के मस्तिष्क में पवित्रता तथा धार्मिक जीवन की भावनाओं को विकसित करना शिक्षा का प्रथम उद्देश्य था।
शिक्षा का महान उद्देश्य ज्ञान नहीं बल्कि कर्म है। शिक्षा मनुष्य को पशुत्व से अलग करती है। यही शिक्षकों को नैतिक और अध्यात्मिक से जोड़ दिया जाए तो व्यक्ति का जीवन सुख-समृद्धि के साथ शांति की स्थापना हो सकती है।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: