ऋषि पंचमी 2024 | मासिक धर्म दोष से कैसे बचें बिना व्रत | Rishi Panchami vrat ki kahani|
Автор: Dharmik Amritwani
Загружено: 2024-08-29
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साथियों धार्मिक अमृतवाणी चैनल में आपका स्वागत है, धार्मिक कथा कहानी एवं वास्तु टिप्स के लिए चैनल को सब्सक्राइब जरूर किजिये। दोस्तों भाद्रपद शुक्ल पक्ष पंचमी को कश्यप ऋषि की जयंती मनाई जाती है। हिंदू परंपरा के अनुसार, जो महिलाएं मासिक धर्म या पीरियड का अनुभव कर रही हैं, उन्हें धार्मिक गतिविधियों को करने या घरेलू कार्यों रसोई के काम सहित में शामिल होने से मना किया जाता है, जब तक वे उस अवस्था में हैं। यहां तक कि उन्हें पाठ-पूजा से जुरी चीजों को छूने की भी मनाही होती है। यदि किसी मजबूरी से या गलती से या अन्य कारणों से वे ऐसा कर लेती हैं, तो वे रजस्वला दोष की भागी होती हैं। इस दोष से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं ऋषि पंचमी का व्रत रखती हैं। इस दिन सप्त ऋषियों की पूजा की जाती है, इस दिन महिलाएं परिवार की सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन ऋषि पंचमी की कथा सुनी जाती है। ऋषि पंचमी के दिन स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अपने घर में साफ जगह पर हल्दी, कुमकुम और रोली का उपयोग करके एक चौकोर आकार का चित्र मंडल बनाएं। मंडल पर सप्त ऋषि सात ऋषि की प्रतिमा स्थापित करें। चित्र के ऊपर शुद्ध जल और पंचामृत डालें। चंदन से टीका लगाएं। सप्तऋषि को फूलों की माला और पुष्प अर्पित करें। उन्हें पवित्र धागा यज्ञोपवीत पहनाएं। उन्हें सफेद वस्त्र भेंट करें। साथ ही उन्हें फल, मिठाई आदि भी अर्पित करें। उस स्थान पर धूप आदि रखें। कई इलाकों में यह प्रक्रिया नदी के किनारे या किसी तालाब के पास की जाती है। इस पूजा के बाद महिलाएं अनाज का सेवन नहीं करतीं। ऋषि पंचमी के दिन वे एक खास तरह के चावल का सेवन करती हैं। ऋषि पंचमी उत्सव का सर्वोत्तम उपयोग करें, अपने सभी दोषों को दूर करें और जो आप चाहते हैं उसे प्राप्त करें। इस व्रत को सात साल करने के बाद आठवें साल उद्यापन कर सकते हैं। रिशी पंचमी व्रत कथा| हिन्दू धर्म में मासिक धर्म में कुछ चीजो की मनाही होती है| मासिक धर्म में क्या करें| मासिक धर्म में कौन सा दोष लगता है| रजस्वला दोष क्या होता है | रजस्वला दोष से कैसे बचें| रजस्वला दोष कैसे लगती है | रजस्वला दोष कैसे लगता है | मासिक धर्म के लिए व्रत| पिरियड में रजस्वला दोष क्या होता है| रजस्वला दोष क्या होता है|Bhakti kahani, Bhakti gyan, Devotional story in hindi, Adhyatmik gyan, Vastu tips in hindi| Spiritual story in hindi, about Hindu festivals in hindi, about hindu mythology, bedtime moral story in hindi, Moral story, Morning thought, about Rishi Panchami in hindi, About Rishi Panchami|
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