Lorik Chanda || लोरिक चंदा || चंदैनी || रामाधार साहू
Автор: anjor.online
Загружено: 2018-09-08
Просмотров: 252069
#Lorik_Chanda #लोरिक_चंदा #छत्तीसगढ़ी_गाथा
Lorik Chanda । लोरिक चंदा। रामाधार साहू एवं साथियों की प्रस्तुति-
लोरिक और चंदा की प्रेम कहानी को छत्तीसगढ़ के कलाकार लोक नाट्य की चंदैनी शैली में प्रस्तुत करते है। इस विधा के प्रख्यात कलाकार रामाधार साहू छत्तीसगढ़ के बाहर भी देश के कई प्रतिष्ठित मंचों लोरिक और चंदा की प्रणय गाथा को प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ी लोक कला को गौरवान्वित कर रहा है। गाथा में राजा महार की बेटी राजकुमारी चंदा और अहिर लोरिक की प्रेम कहानी शुरू होती है चंदा के जवान होने के बाद। चंदा का बचपन में ही विवाह कर दिया जाता है बिरबावन के साथ। बिरबावन और चंदा का गवना का समय आता है तो बिरबावन को कोड़ की बीमारी हो जाने के कारण गांव के ही एक चरवाहे लोरिक का गवना अर्थात विदाई कराने की जिम्मेदारी दी जाती है। जब इस बात की जानकारी चंदा को होती है कि उन्हे घर से विदा करा कर लाने वाला लोरिक अहिर तो वह उनसे मन ही मन प्रेम करने लगती है और उनके घर पहुंच जाती है। लोरिक भी विहाहित है उनकी पत्नी का नाम दौना मांजर है। लोरिक और चंदा गांव की ही बूढ़िया मल्लीन के घर मिलती और पासा खेलती है। मल्लीन के घर जब लोरिक और चंदा पासा खेलते रहते है वही दौना मांजर भी पहुंच जाती है। राजकुमारी चंदा और दौना मांजर के बीच मारपीट होती है। राजकुमारी चंदा दौना मांजर से बारह मुस्ठी प्रहार खाने के बाद कहती है कि— मुझे तुमने बारह मुस्ठी मारा है मैं भी बारह साल के लिये तुम्हारे पति को भगा कर ले जाउंगी। और लोरिक को राजकुमारी चंदा भगाकर ले जाती है। इस तरह से कलाकार कई प्रसंगों दिखाते है मंचों में।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: