गौ स्पर्श–16वां गव्य :इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बॉडी का संतुलन | गुरुजी निरंजन भाई वर्मा | DAY 2 | 13th PMC
Автор: Panchgavya Vidyapeetham
Загружено: 2025-12-20
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13वाँ पंचगव्य राष्ट्रीय चिकित्सा महासम्मेलन, तिरुपति (14–16 नवंबर 2025) का यह तृतीय दिवस अध्यात्म एवं विज्ञान के अद्भुत संगम का साक्षी बना।
इस दिन गुरुजी निरंजन भाई वर्मा ने “गौ स्पर्श – 16th गव्य : विद्युत चुंबकीय शरीर का संतुलन” विषय पर अत्यंत गहन प्रवचन दिया।
गुरुजी ने बताया कि ‘गौ स्पर्श’ शरीर की विद्युत चुंबकीय ऊर्जा को संतुलित करने वाला सूक्ष्म गव्यम है।
गौमाता के संपर्क से उत्पन्न यह ऊर्जा न केवल शरीर के भीतर की तरंगों को स्थिर करती है, बल्कि मन, बुद्धि और आत्मा के बीच सामंजस्य भी स्थापित करती है।
यह समझाया गया कि जब मानव अपने शरीर और चेतना को गौमाता की स्पर्श ऊर्जा से जोड़ता है, तो वह प्रकृति के अदृश्य विद्युत चुंबकीय तंत्र से तालमेल बनाता है – यही वास्तविक ऊर्जा संतुलन है।
यह सत्र श्रोताओं के लिए विज्ञान, अध्यात्म और अनुभव – तीनों का अनूठा संगम बनकर आत्मबोध की नई दिशा प्रदान करता है।
📍 स्थान: तिरुपति, आन्ध्र प्रदेश
📅 आयोजन तिथि: 14–16 नवंबर 2025
🎥 दिवस 3: गुरुजी निरंजन भाई वर्मा का दिव्य प्रवचन – “गौ स्पर्श : विद्युत चुंबकीय शरीर का संतुलन”
आयोजक: पंचगव्य विद्यापीठम् एवं पंचगव्य डॉक्टर्स एसोसिएशन
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