नारायण और बलभद्र || जैन धर्म || जैन आगम || जैन दर्शन ||
Автор: श्रमण संस्कृति संस्कार
Загружено: 2025-10-03
Просмотров: 380
कौन होते हैं नारायण और बलभद्र ? ||जैन धर्म में नारायण और बलभद्र || जैन आगम || जैन दर्शन ||#jainism#vairalvideo जैन धर्म में राम और कृष्ण
जैन धर्म में नारायण — वासुदेव — और बलभद्र — बलदेव — शलाकापुरुषों की श्रेणी में आते हैं।
ये किसी सर्वोच्च सृष्टिकर्ता देवता की तरह नहीं माने जाते, बल्कि महान पुरुष होते हैं...
जो प्रत्येक अर्ध-चक्र में जन्म लेकर धर्म की रक्षा करते हैं।
हर अर्धचक्र में नौ-नारायण नौ- बलभद्र और नौ प्रतिनारायण जन्म लेते हैं।
और उसी चक्र से... नारायण प्रतिनारायण का वध करते हैं।
लेकिन जैन सिद्धांत के अनुसार... वह भी भव्य जीव है, और अनेक भवों के बाद अंततः मोक्ष प्राप्त करता है।
जैन धर्म और वैदिक परंपरा में यही बड़ा अंतर है।
हिंदू धर्म में राम और कृष्ण को विष्णु का अवतार और सर्वोच्च देवता माना गया है।
लेकिन जैन धर्म में राम वास्तव में बलभद्र थे...
लक्ष्मण नारायण थे... और रावण — प्रतिनारायण।
इसलिए रावण का वध... लक्ष्मण ने किया।
उसी तरह भगवान नेमिनाथ के समय... श्रीकृष्ण नारायण हुए और उनके बड़े भाई बलराम — बलभद्र।
सभी बलभद्र, नारायण और प्रतिनारायण भव्य जीव हैं...
और निश्चित रूप से... मोक्षगामी होते हैं।
#JainDharma
#Narayana
#Balabhadra
#ShalakaPurush
#JainRamayan
#JainMahabharat
#Jainism
#RamLakshman
#BalramKrishna
#JainStories
#JainPhilosophy
#अहिंसा
#मोक्ष
#तीर्थंकर
#जैनधर्म
#NarayanaBalabhadra
#JainHistory
#ReligiousStories
#IndianPhilosophy
#DharmKiRaksha
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: