Input Tax Credit (ITC) in GST | पूरी जानकारी आसान भाषा में | ITC कैसे क्लेम करें?
Автор: KAITH INSTITUTE
Загружено: 2025-03-19
Просмотров: 447
#kaithinstitute #InputTaxCredit #GSTReturn
Input Tax Credit (ITC) क्या है?
इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) एक ऐसा लाभ है जो GST के तहत व्यापारियों को दिया जाता है। अगर कोई व्यापारी अपने बिज़नेस के लिए कोई सामान या सेवा खरीदता है और उस पर GST चुकाता है, तो वह उस टैक्स को अपने आगे के GST देयता (Tax Liability) से घटा सकता है।
सीधे शब्दों में:
अगर आपने कोई सामान खरीदा और उस पर टैक्स भरा, तो जब आप वही सामान बेचेंगे, तो उस टैक्स को घटा सकते हैं और सिर्फ बाकी टैक्स सरकार को देना होगा।
📌 ITC को एक उदाहरण से समझें:
मान लीजिए, एक दुकानदार ₹1,000 का माल खरीदता है और उस पर ₹100 का GST चुकाता है।
अब वह दुकानदार वही माल ₹1,500 में बेचता है और उसे ₹150 का GST कलेक्ट करना पड़ता है।
💡 लेकिन उसने पहले ही ₹100 का GST पे कर रखा है, तो अब उसे सिर्फ
👉 ₹150 - ₹100 = ₹50 सरकार को देना होगा।
यही ₹100 का इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) कहलाता है।
📌 ITC के लिए शर्तें
आपको ITC का लाभ लेने के लिए ये शर्तें पूरी करनी होंगी:
✅ सामान या सेवा का उपयोग बिज़नेस के लिए हो (व्यक्तिगत उपयोग के लिए नहीं)
✅ विक्रेता (Supplier) ने GST चुकाया हो और उसका इनवॉइस मिले
✅ इनवॉइस GSTR-2B में दिखना चाहिए
✅ GST रिटर्न समय पर फाइल किया गया हो
📌 ITC कौन-कौन ले सकता है?
✅ मैन्युफैक्चरर (Manufacturer)
✅ सर्विस प्रोवाइडर (Service Provider)
✅ ट्रेडर (Trader)
लेकिन कुछ मामलों में ITC नहीं मिलता, जैसे:
❌ व्यक्तिगत उपयोग की चीज़ों पर
❌ मोटर गाड़ियों (Passenger Vehicles) पर
❌ खाने-पीने, मनोरंजन, हेल्थ इंश्योरेंस पर
📌 ITC का फायदा क्यों है?
✔ दोहरी कराधान (Double Taxation) खत्म होती है
✔ बिज़नेस की टैक्स देनदारी कम होती है
✔ कैश फ्लो बेहतर रहता है
#FinanceGuru
#TaxPlanning
#ITCRecovery
#TaxCompliance
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: