Kriya Yog aur Gyan Yog ka Antar?
Автор: ShivSiddha SaurabhJi Maharaj
Загружено: 2025-11-01
Просмотров: 1030
✨ क्या आप जानते हैं — क्रिया योग और ज्ञान योग में क्या अद्भुत अंतर है?
🔱 बाह्य मूर्ति पूजा, जप, कर्मकांड और साधना की सभी क्रियाएँ — ये सब मिलकर क्रिया योग कहलाती हैं।
🕉️ वहीं जब आत्मा का चित्त के साथ संयोग हो जाता है — वही ज्ञान योग है।
👉 मुक्ति (मोक्ष) इन दोनों योगों के संयोजन से ही संभव है।
क्रिया योग के बिना ज्ञान योग नहीं प्राप्त होता, और
ज्ञान योग के बिना मुक्ति संभव नहीं है।
✨ क्रिया योग तो देवताओं के लिए भी दुर्लभ है!
जो साधक क्रिया योग करता है, वह देवत्व प्राप्त करता है।
क्रिया योग से ज्ञान की प्राप्ति होती है और
ज्ञान योग से परम मुक्ति का लाभ होता है। 🙏
जिस प्रकार अग्नि वायु के संयोग से तृण को भस्म कर देती है,
उसी प्रकार जो साधक शिवलिंग का पूजन-अर्चन करता है,
उसके असंख्य पाप भस्मीभूत हो जाते हैं।
मानव जन्म असंख्य युगों के बाद मिलता है —
और यदि इस मानव जन्म में व्यक्ति महादेव जी की आराधना नहीं करता,
तो उसका सम्पूर्ण जीवन व्यर्थ चला जाता है।
🌺 Shivsiddha Saurabhji Maharaj क्रिया योग और ज्ञान योग के विषय में
गहन रहस्यों और प्राचीन शिवागम सिद्धांतों के साथ विस्तार से बताते हैं।
उनका संदेश है —
👉 “क्रिया योग ही ज्ञान योग का द्वार है,
और ज्ञान योग ही मुक्ति का मार्ग।”
✨ Follow us to learn these divine Shiv secrets
and walk on the path of liberation — the path of Lord Shiva. 🙏
#shiv #mahadev #bhole
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: