एरिथ्रोब्लास्टोसिस फीटालिस जानें खतरनाक प्रभाव!
Автор: The Smile Studio
Загружено: 2025-02-20
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एरिथ्रोब्लास्टोसिस फीटालिस: निदान और उपचार
एरिथ्रोब्लास्टोसिस फीटालिस (Erythroblastosis Fetalis) क्या है?
यह एक गंभीर मेडिकल स्थिति है, जो तब होती है जब मां और भ्रूण (बच्चे) के रक्त समूह में असंगति (Blood Incompatibility) होती है। आमतौर पर, यह तब होता है जब मां का रक्त समूह Rh-negative और भ्रूण का रक्त समूह Rh-positive होता है।
निदान (Diagnosis)
रक्त परीक्षण (Blood Test): मां और भ्रूण के रक्त समूह और Rh फैक्टर की जांच की जाती है।
Coombs टेस्ट: यह जांच करता है कि क्या मां की एंटीबॉडी भ्रूण के RBCs (लाल रक्त कोशिकाओं) पर हमला कर रही हैं।
अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): भ्रूण में एनीमिया या सूजन के लक्षणों की जांच के लिए किया जाता है।
एम्नियोसेंटेसिस (Amniocentesis): एम्नियोटिक फ्लूइड की जांच करके भ्रूण के स्वास्थ्य का आकलन किया जाता है।
डॉप्लर अल्ट्रासाउंड: भ्रूण में रक्त प्रवाह का निरीक्षण कर एनीमिया का पता लगाया जाता है।
उपचार (Treatment)
गर्भावस्था के दौरान:
Rh-इम्यूनोग्लोबुलिन (RhoGAM) इंजेक्शन:
यदि मां Rh-negative है और भ्रूण Rh-positive है, तो 28वें हफ्ते और डिलीवरी के 72 घंटे के भीतर RhoGAM इंजेक्शन दिया जाता है।
यह मां की इम्यून सिस्टम को भ्रूण के RBCs पर हमला करने से रोकता है।
गंभीर मामलों में इन-यूटेरो ट्रांसफ्यूजन (In-Utero Blood Transfusion):
भ्रूण में एनीमिया अधिक होने पर गर्भ में ही रक्त आधान (Blood Transfusion) किया जाता है।
प्रारंभिक प्रसव (Early Delivery):
यदि स्थिति गंभीर हो, तो डॉक्टर भ्रूण की सुरक्षा के लिए समय से पहले डिलीवरी करने की सलाह दे सकते हैं।
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