आदमी अपनी ग़लती क्यों नहीं स्वीकार करता...। इसे सुनकर निश्चित ही जीवन बदलेगा...
Автор: आचार्य सोमदेव आर्य(Acharya Somdev Arya)
Загружено: 2025-10-16
Просмотров: 3391
मनुष्य से ही गलतियां होती हैं। पशु पक्षियों के पास वह ज्ञान नहीं होता कि वह हित अहित को देख सके किंतु मनुष्य हित अहित की जानकारी रखता है ।
और उसी से गलतियां होती हैं । गलती होने पर गलती को स्वीकार कर लेता है तो वह अपने अंदर हल्का पन महसूस करता है , शांति और आनंद की अनुभूति करता है ।
जो व्यक्ति गलती नहीं स्वीकार करता वह अंदर से अशांत परेशान दुखी रहता है। इस प्रवचन में जानिए कि व्यक्ति गलती क्यों नहीं स्वीकार करता । गलती नहीं स्वीकार करने के क्या क्या कारण हैं ।आचार्य सोमदेव जी ने इस प्रवचन में बड़े विस्तार से समझाया है ।इसको सुनकर निश्चित ही जीवन बदलजाएगा ।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: