Nardji dvara prchetao ko updesh
Автор: Radhadas
Загружено: 2025-12-05
Просмотров: 32
नारद जी ने प्रचेतस (जो बाद में वाल्मीकि बने) को उपदेश दिया कि वे अपनी तपस्या से जो ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं, उसे सही दिशा दें, क्योंकि केवल तपस्या से ही नहीं, बल्कि भगवद्भक्ति और ईश्वर के प्रति प्रेम से ही परम सिद्धि मिलती है, और चोरी व हिंसा जैसे पापों से दूर होकर आत्म-चिंतन और निर्मल मन से भगवान के प्रति समर्पण ही जीवन का सार है, जिससे वे सांसारिक बंधनों से मुक्त हो सकें.
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: