गीत गाछ

प्यारे दर्शकों,
पिछले एक दशक से ऐसा प्रतीत होता है जैसे शास्त्रीय संगीत तथा लोकगीतों की हमारी लंबी परंपरा हमसे छूटती जा रही है और हम अपने मूल से अलग होते जा रहे हैं। समय के साथ परिवर्तन तो आवश्यक होता है मित्रों,लेकिन परिवर्तन ऐसा होना चाहिए जिसमें हमारे परंपरा की अमूल्य चीजें ना छूट जाए इन्ही से विश्व में हमारी पहचान और पृथकता उजागर होती है। इसी आशा के साथ मैंने इस चैनल का निर्माण किया है ताकि बहुतायत में शास्त्रीय संगीत तथा लोकगीतों पर पुनः चर्चा आरंभ हो और चैनल के माध्यम से मैं आप तक सबसे सुंदर और पुराने से पुराना लोकगीत-संगीत आप तक पहुंचा सकूं। आशा है आपको मेरा यह प्रयास अच्छा लगेगा। यदि अच्छा लगे तो लाइक और सब्सक्राइब करके हौसला जरूर बढ़ाएं।
सादर
संगीता सिंह