आरती श्री हरिया माता री !! स्वर-मुरार दान बारहठ मलावा !! रचना- पप्पू दान(सांवल दान देपावत) देशनोक !!
Автор: Sanwal dan depawat Pappu dan charan
Загружено: 2025-05-01
Просмотров: 108
आरती- श्री हरिया माता री
ॐ जय हरिया माता अंबे जय हरिया माता ।
मीटण माय विराजत आनन्द री दाता ।।टेर।।
हरी-भरी है धरती है चहुं-ओर हरा ।
सुंदर भवन सुसोभित महके गिरि कंदरा ।।१।।
मन-मोणो मुख सोणो दीपे तेज सदा ।
भाल तिलक भल सोहे फहरे लाल धजा ।।२।।
मात उदय बगता जी बाबुल मोद भरे ।
लिलवट तेज प्रकाशित मुखपर नूर झरे ।।३।।
सगत सरूपा देवी माता मतवाली ।
लाल चुनरिया ओढ़ी होठों पर लाली ।।४।।
पायल री झणकारी पगल्यां माय बजे ।
नख-सिख सौभा थांरी सब सिणगार सजे ।।५।।
कर मे ले दूधारी शक्ति सिंह सजे ।
विचरण कर जग जांचे धर पाताल धुजे ।।६।।
चारण कुळ मे आया जग सारो जाने ।
बगसो मात भवानी बळ-बुद्धि म्हाने ।।७।।
गाऊं आरती थांरी जनजन सेव करे ।
'सांवल दान देपावत' करबद्ध अर्ज करे ।।८।।
Доступные форматы для скачивания:
Скачать видео mp4
-
Информация по загрузке: