Hans Bhagwan

हमारा उद्देश्य:- 🚩🚩जनपद प्रयागराज के पंचकोशीय, द्वादश माधव एवं बहिर्वेदीय परिक्रमा स्थल *भगवान विष्णु के हंस अवतार की जन्मभूमि पौराणिक हंस तीर्थ क्षेत्र / हंस प्रपतन तीर्थ [ हंस तीर्थ मंदिर, हंस कूप, संध्यावट वृक्ष तीर्थ, श्री संकष्टहर माधव (प्रयाग के नवें माधव), गुरु गोरखनाथ जी की तप: स्थली आदि ]* प्रतिष्ठानपुर झूंसी , कुंभ मेला क्षेत्र, गंगा तट, प्रयागराज , उ. प्र. पर हो रहे अराजक तत्वों के अतिक्रमण को हटाकर संरक्षित - संवर्धित कर पौराणिक माहात्म्य के अनुरूप दर्शन, पूजन तथा परिक्रमा का समुचित प्रबंधन सुनिश्चित कराना है🚩🚩- व्यास मुनि जी

श्री गंगा जी के पूर्वी तट पर शास्त्री पुल एवं रेलवे पुल के मध्य श्री कैलाश धाम आश्रम के निकट प्रतिष्ठानपुरी (झूंसी) के कोहना में स्थित है प्रसिद्ध पौराणिक "*हंस प्रपतन तीर्थ / हंस तीर्थ क्षेत्र*"जहां भगवान श्री हरि विष्णु के 24 अवतारोंं में एक हंस भगवान का अवतरण हुआ था इसलिए यह क्षेत्र हंस प्रपतन तीर्थ या हंस तीर्थ क्षेत्र कहलाया। यहां पर हंस का तात्पर्य भगवान विष्णु के अवतार हंस भगवान से है तथा प्रपतन का अर्थ उतरना, नीचे आना अथवा अवतरित होने से है।